Soor Sarovar Bird Century: सूर सरोवर पक्षी विहार, जहां दीवारें भी बोलती हैं पक्षियों की बोली
Soor Sarovar Bird Century विदेशी मेहमानों से रूबरू कराती हैं सूर सरोवर की दीवारें। फ्लेमिंगो कामन टील रूडी शेल्डक बार हेडेड गूज नार्दन शोवलर के बने है चित्र। विहार में प्रवेश करने के साथ ही दीवारों पर बनीं आकृतियां करती हैं आकर्षित।
आगरा, जागरण संवाददाता। पानी की लहरों पर विदेशी मेहमानों की अठखेलियां। हरियाली से झूमते शोभादार पौधे, लहरातीं लताएं, फैलाते वृक्ष। एक तरफ पार्क तो दूसरी तरफ म्यूजियम। यह नजारा कहीं और का नहीं, बल्कि सूर सरोवर पक्षी विहार का है। यहां पर देसी- विदेशी मेहमानों से दीवारें सजी हैं। जिन्हें देखकर प्रकृति का सुखद आनंद मिलता है और पक्षियों के बारे में जानकारी मिलती है।
चल मन चल मुझे ले चल वहां, जहां हो पक्षियों की ताजा चहचहाहट, जहां हो हरियाली की खिलखिलाहट। जहां के नजारे आंखाें को सुकून के साथ मन को भी दें तसल्ली। जहां के जर्रे− जर्रे में हो प्रकृति की ताजगी। आगरा- मथुरा हाइवे पर कीठम स्थित सूर सरोवर पक्षी विहार यहां प्रवेश करते ही ये अहसास होने लगता है। सूर सरोवर पक्षी विहार के के मुख्य द्वार पर बड़े- बड़े पक्षी नजर आने लगते हैं और द्वार में प्रवेश करते ही प्रवासी और अप्रवासी पक्षियों के करतब मन को सुकून देते हैं लेकिन ये सुकून दृश्यों में होता है। दीवारों पर अंकित होता है। जी हां, सूर सरोवर में पक्षी कीठम झील के आसपास अधिक दिखाइ देते हैं। पक्षियों के इस संसार का अहसास झील से पहले ही होने लगता है। प्रवेश द्वार के बाद दोनों ओर की दीवारों पर कामन टील, फ्लोमिंगो, रूडी शेल्डक, बार हैडेड गूज, नार्दन पिनटेल, नार्दन शोवलर, पाइड एवोसेट, टफ्टिड डक, ग्रे लैग गूज, लेशर विशलिंग डक, काम्ब डक, स्पून विल्ड डक, गेडवाल, पेंटेड स्टार्क, ब्लैक विंग स्टिल्ड, सेंडपाइपर, लिटिल रिंग्ड प्लोवर, यूरेशियन कर्ल्यू, ग्रेट व्हाइट सहित पेलिकन व अप्रवासी पक्षियों के चित्र दीवार पर बनाए गए हैं। जोकि पर्यटकों को झील तक खींच ले जाने में सहायक बनते हैं।
पार्क के यंत्रों का इंतजार
सूर सरोवर पक्षी में बाए ओर पार्क बना है। उसमें बच्चों के खेलने के काफी यंत्र हैं। पर्यटक जाते हैं, लेकिन वह सीधे झील की तरफ चले जाते हैं। पार्क की हरियाली व यंत्रों की इस्तेमाल ही नहीं कर पाते।