Violation of CoronaVirus Protocol: आगरा में सिटी बसों से लेकर रोडवेज बसों तक नियम तार- तार
Violation of CoronaVirus Protocol शारीरिक दूरी का नहीं हो सका पालन। बिना मॉस्क लगाए भी कर रहे थे सफर।
आगरा, जागरण संवाददाता। रविवार को आए परीक्षार्थियों के कारण शहर में कई बार जाम की स्थिति बनी, तो सिटी बसों में शारीरिक दूरी के नियम तार-तार हो गए। भगवान टाकीज चौराहे से चलने वाली बसों पैर रखने की जगह नहीं थी। इसमें दर्जनों लोग ऐसे भी थे, जिन्होंने मॉस्क तक नहीं लगा रखा था।
साप्ताहिक बंदी के दिन रविवार को सुबह से ही शहर में परीक्षार्थी पहुंचने लगे। आइएसबीटी और शहर के प्रमुख चौराहे पर बाहर से आने वाले परीक्षार्थियों को गंतव्य स्थल तक पहुंचने के लिए सिटी बस, ई-रिक्शा, ऑटो, रिक्शा का सहारा लेना पड़ा। सिटी बसों की संख्या भी आम दिनों की तरह ही थी, जिससे बस की क्षमता से दोगुने यात्री सवार हो रहे थे। परीक्षा कक्ष तक पहुंचने की जल्दी में किसी के चेहरे पर संक्रमण का भय दिखाई नहीं दे रहा था। मॉस्क नहीं लगाने वालों को कुछ जागरुक लोग टोकते हुए जरूर नजर आए, लेकिन बसों में चढ़ते समय शारीरिक नियम की धज्जियां उड़ी।
रोडवेज बसों की रही तलाश
परीक्षा देकर अधिकतर परीक्षार्थी आइएसबीटी के बाहर हाईवे पर पहुंच गए। यहां से नोएडा, मथुरा की ओर जाने वाली बसों में जमकर भीड़ रही। वहीं भगवानट टाकीज चौराहे के निकट फ्लाइओवर के पास रोडवेज बसों ने जमकर सवारियां भरी। इस दौरान शारीरिक दूरी के नियम तार-तार हो गए। बसों में ठूंस कर सवारियां भरी गई, जिसके बाद चालकों ने बसें आगे बढ़ाई। अधिकतर बसों का कुछ ऐसा ही हाल था, जितने लोग खड़े थे, उतने ही बैठे थे। वहीं आइएसबीटी से अलीगढ़, नोएडा, मथुरा रूट के लिए सर्वाधित सवारियां पहुंची। दोपहर के समय परिसर में भीड़ हुई कुछ देर बसों का इंतजार भी करना पड़ा। इसके बाद जब बसों की निकासी होती रही तब राहत हुई।
ऑटो, ई-रिक्शा ने वसूला मनमाना किराया
भगवान टाकीज से चलने वाले ई-रिक्शा ने परीक्षार्थियों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए मनमाना किराया वसूला। पांच रुपये में भगवान टाकीज तक छोड़ने वाले ई-रिक्शा ने प्रति सवारी 20 से 30 रुपये तक ले लिए। इसके साथ ही दूसरे रूटों पर दौड़ने वाले ऑटो चालकों ने भी मनमानी की। उन्हाेंने गंतव्य स्थल तक पहुंचाने, आइएसबीटी छोड़ने के लिए दो से तीन गुना तक पैसा लिया।