मायावती के tweet पर बोलीं उमा, कहा आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहीं माया Agra News
पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने बसपा प्रमुख पर की टिप्पणी। कहा गंगा के प्रति कर्तव्य बोध का जनजागरण जरूरी।
आगरा, जागरण संवाददाता। पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने शनिवार को बसपा प्रमुख मायावती पर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि मायावती खुद आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रही हैं। उन्होंने मायावती के उस ट्विट के जवाब में जिसमें उन्होंने कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने का समर्थन किया, लेकिन कहा कि देश आर्थिक मंदी की ओर है और रोजगार नहीं है। सरकार इस पर ध्यान दे।
आगरा के दुर्गा नगर में भाजपा नेता अर्जुन सिंह लोधी के भाई के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करने पहुंची उमा भारती ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मायावती कश्मीर मुद्दे पर देश के प्रति अच्छी भावना रखती हैं, ये अच्छी बात है। जनसंख्या नियंत्रण को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के छोटा परिवार रखना भी देशभक्ति के बयान पर कहा कि जो पीएम ने कहा वही मेरा भी मत है।
जल संकट को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री ने चिंता जताई। कहा कि नदियों के रास्ते चोक हो गए हैं। इसे हमें खोलना होगा। पेड़ों की कमी पर भी गहरी चिंता जताते हुए कहा कि वृक्षों की कमी भी चिंता का विषय है। हमें पौधारोपण भी ज्यादा से ज्यादा करना होगा। उन्होंने कहा कि जिन राज्यों में पानी का अभाव है, वहां जीवन शैली भी वैसी ही है। राजस्थान और महाराष्ट्र के साथ ही आगरा के फतेहपुर सीकरी में बारिश के पानी का संवर्धन किया जा रहा है। ये अच्छा उपाय है। हमें हाईटेक कर पानी बचाने की दिशा में और बेहतर काम करना है। उन्होंने कहा कि जलशक्ति मंत्रालय बनाने के पीछे प्रधानमंत्री की मंशा देश को जल संकट से उबारना है। उन्होंने बीता लोकसभा चुनाव न लडऩे के सवाल पर कहा कि हमें अभी गंगा पर ही कम से कम डेढ़ साल काम करना है। गंगा पर सभी राजनीतिक दल एक साथ हैं। ये अच्छी बात है कि गंगा को लेकर जागरूकता आई है। लेकिन अभी गंगा के प्रति लोगों के बीच कर्तव्य बोध का जागरण जरूरी है।
जेटली की तबीयत को लेकर चिंतित
कार्यकर्ताओं से बात करते हुए उमा भारती ने पूर्व मंत्री अरुण जेटली की तबीयत को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि जेटली से मेरा सगे भाई-बहन सा रिश्ता है। संसद में मेरा पहला भाषण कश्मीर मुद्दे पर हुआ था, तब मैं जेटली से भी भाषण से पहले पूछती थी।