वैक्सीन लगने के बाद कुलपति पाजिटिव, संकट में दीक्षा समारोह
19 मार्च को एसएन में लगाई थी कोवैक्सीन की पहली डोज बेटा भी संक्रमितआंबेडकर विवि का पांच अप्रैल को है आयोजन
आगरा,जागरण संवाददाता। डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर (प्रो.) अशोक मित्तल की रविवार को कोरोना की रिपोर्ट पाजिटिव आई है। उन्होंने 19 मार्च को एसएन मेडिकल कालेज में कोरोना वैक्सीन (कोवैक्सीन) की पहली डोज लगवाई थी। उनके बेटे की भी रिपोर्ट पाजिटिव है। इससे पांच अप्रैल को होने जा रहे विश्वविद्यालय के दीक्षा समारोह पर संकट मंडराने लगा है।
कुलपति प्रो. अशोक मित्तल 65 ने हल्का बुखार आने पर कोरोना की जांच कराई। रिपोर्ट पाजिटिव आई है। उनके 29 साल के बेटे में भी कोरोना की पुष्टि हुई है। उन्हें हल्का बुखार है और होम आइसोलेट (घर पर इलाज) हैं।
उधर, विवि का दीक्षा समारोह पांच अप्रैल को है। दीक्षा समारोह में मेधावी छात्रों सहित 500 लोग शामिल होने हैं। एंटीजन टेस्ट की रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही दीक्षा समारोह में शामिल होने की अनुमति दी गई है। ऐसे में कुलपति प्रोफेसर अशोक मित्तल के कोरोना संक्रमित होने के बाद दीक्षा समारोह संभव नहीं है।
कुलपति बैठकों में भी हुए शामिल
दीक्षा समारोह के लिए अलग अलग समिति बनाई गई हैं। समारोह की तैयारियों को लेकर बैठक आयोजित की गईं। इसमें भी कुलपति प्रो. अशोक मित्तल शामिल हुए। इससे अन्य लोगों के भी संक्रमित होने की आशंका है। उनके संपर्क में आए लोगों की भी जांच कराई जाएगी। वैक्सीन की दो डोज लगवाने के 14 दिन बाद बनती हैं एंटीबाडीज
सीएमओ डा. आरसी पांडे ने बताया कि वैक्सीन की पहली डोज के 28 से 52 दिन के अंतराल पर दूसरी डोज लगाई जाती है। इसके 14 दिन बाद कोरोना वायरस के खिलाफ शरीर में एंटीबाडीज बनती हैं। ऐसे में वैक्सीन लगने के बाद भी लोग मास्क लगाएं, साबुन से हाथ धोएं और शारीरिक दूरी का पालन करें। जिससे संक्रमण से बच सकें। मुझे हल्का बुखार है, होम आइसोलेट हूं। दीक्षा समारोह पर कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल से वार्ता के बाद निर्णय लिया जाएगा।
प्रो. अशोक मित्तल , कुलपति, डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय