National Highway पर Fastag बिना दौड़े वाहन, टोल पर लगी लंबी लाइन Agra News
फास्टैग लाइन से होकर निकल रहे राहगीर दो गुना टोल का कर रहे भुगतान। मंगलवार आधी रात से टोल पर शुरू हुई नई व्यवस्था।
आगरा, जेएनएन। टोल पर जाम के झाम से निजात को फास्टैग व्यवस्था शुरू हुई, लेकिन वाहन चालक अभी भी फास्टैग से परहेज कर रहे हैं। करीब चालीस फीसद वाहनों में फास्टैग लगा ही नहीं है। मंगलवार आधी रात से कैश के लिए हाईवे टोल पर केवल एक लेन खोली गई है। ऐसे में दोनों ओर वाहनों की लंबी लाइन लग गई। बीस फीसद चालक तो ऐसे हैं जो दोगुना टोल देने को तैयार हैं। हाल ये हुआ कि जाम में एक किमी तक फंसे वाहनों को आधे घंटे से भी अधिक समय तक टोल पर इंतजार करना पड़ा।
राष्ट्रीय राजमार्ग-दो स्थित महुअन टोल पर 24 घंटे में 18 हजार वाहनों का आवागमन होता है। टोल पर 16 लाइन हैं। इनमें से 14 लाइन फास्टैग के लिए आरक्षित कर दी गई हैं, जबकि एक-एक लाइन दोनों ओर टोल पर कैश भुगतान करने वाले वाहनों के लिए छोड़ी गई है। यह व्यवस्था मंगलवार आधी रात से शुरू हो गई। इस व्यवस्था के बाद भी बुधवार को वाहन चालकों की बेफिक्री साफ देखी गई। दोपहर बाद में एक कैशलेन पर भी वाहनों की लंबी लाइन देखी गई।
लंबी हुई कतार खड़े हुए कर्मचारी
टोल पर जब दोनों ओर वाहनों की लाइन लंबी लंबी देखी गई तो अतिरिक्त कर्मचारियों की व्यवस्था की गई। जिन्होंने लाइन में फंसे वाहनों का टोल कैश के रूप में उनके पास जाकर जमा किया, तब कहीं वाहन निकल सके।
फरह टोल पर यह हैं दर
कार - 105 रुपये
बस, ट्रक - 350 रुपये
मिनीबस - 165 रुपये
इंफो
60 फीसद वाहनों में लगा फास्टैग
40 फीसद वाहनों को झेलना पड़ रहा जाम का झाम
20 फीसद चालक बोले, हमें नहीं जरूरत
टोल पर लगा काउंटर
महुअन टोल टैक्स पर काउंटर भी लगाया गया है, यहां आवेदन करने वालों की संख्या बहुत कम है। बावजूद इसके टोल अधिकारियों ने वाहन स्वामियों के लिए काउंटर की लगातार सुविधा मुहैया कराई जा रही है। वाहन स्वामी हैं कि वह फास्टैग के लिए आवेदन करने तक को तैयार नहीं हैं।
लोग बोले
हम लोगों को माह में एक या फिर दो दिन टोल टैक्स से होकर गुजरना पड़ता है। कई बार जाने की कोई जरूरत भी नहीं पड़ती है। इसलिए हम लोगों ने फास्टैग नहीं लगवाया है।
गजेंद्र कुमार, अधिवक्ता
जब टोल से जाएंगे तो दो गुना भुगतान कर देंगे। फास्टैग लगवाने से हर माह खर्चा बढ़ाने से कोई फायदा नहीं है। जब बहुत ज्यादा परेशानी होगी तो देखा जाएगा।
अनिल कुमार, दुकानदार
जिन वाहनों ने फास्टैग नहीं लगवाया है। उसने हम लगातार अपील कर रहे हैं, लेकिन ज्यादातर वाहन स्वामी हैं कि वह समझने को तैयार नहीं है। जबकि काफी इंतजार के बाद दो गुना टोल का भुगतान जमा करने को तैयार है।
अनिल कुमार, मैनेजर - महुअन टोल