प्रत्याशियों की दावत, पूड़ी सब्जी से लेकर हर चीज का जुड़ रहा है खर्च
विधानसभा चुनाव के दौरान पंफलेट बांटने या फिर चुनाव प्रचार करने में व्यय धनराशि प्रत्याशी के खर्च में जुड़ेगी। समारोह में नजर रखने के लिए हर विधानसभा क्षेत्र में तीन- तीन फ्लाइंग स्क्वाड और एक-एक वीडियो सर्विलांस टीम गठित की गई है।
आगरा, जागरण संवाददाता। चुनावी व्यय सीमा में बढ़ोतरी के साथ ही निर्वाचन आयोग अब और भी सख्त हो गया है। अगर किसी दावत में प्रत्याशी जाता है और पंफलेट या फिर वोट देने की अपील करता है तो उस समारोह का पूरा खर्च संबंधित प्रत्याशी के रजिस्टर में जुड़ेगा। व्यय की जांच के दौरान प्रत्याशी को इसकी जानकारी दी जाएगी। जिला प्रशासन ने समारोह पर निगाह रखने के लिए हर विधानसभा क्षेत्र में तीन-तीन फ्लाइंग स्क्वाड और एक-एक वीडियो सर्विलांस टीम लगा रखी है। यह टीम गुपचुप तरीके से समारोह में पहुंच रही हैं।
नौ विधानसभा क्षेत्रों में 114 प्रत्याशी मैदान में हैं। 27 जनवरी को नाम वापसी और उसी दिन चुनाव चिन्ह का आवंटन किया जाएगा। नामांकन में प्रत्येक प्रत्याशी को व्यय रजिस्टर दे दिया गया है। साथ ही अलग बैंक खाता भी खुलवाने के लिए कहा गया है। विधानसभा चुनाव के बीच सहालग भी शुरू हो गई हैं। शादी समारोह सहित अन्य में अच्छी खासी भीड़ जुटने से इन्कार नहीं किया जा सकता है। ऐसे में समारोह में पहुंचने से प्रत्याशियों को फायदा मिल सकता है। मुख्य कोषाधिकारी बृज बिहारी ने बताया कि दावत या फिर अन्य समारोह में अगर कोई प्रत्याशी पहुंचता है। वोट मांगता है तो उस आयोजन का पूरा खर्च प्रत्याशी के खर्च में जुड़ेगा। खर्च की अधिकतम सीमा 40 लाख रुपये है।
हर दिन 10 से 15 मिल रही शिकायतें
नौ विधानसभा क्षेत्रों में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर हर दिन 10 से 15 शिकायतें मिल रही हैं। कहीं पर दावत की बात कही जाती है तो कहीं पर शराब बांटने की। जब टीम पहुंचती है तो कुछ भी नहीं मिलता है। कई बार शिकायत भी फर्जी निकलती है।