Fraud: आगरा में अविवाहित युवकों को विवाह पंजीकरण के नाम पर ठग रहे थे शातिर, जयपुर हाउस में खोल रखा था आफिस
Fraud एटा पुलिस ने संचालक दंपती और तीन युवतियों को गिरफ्तार कर किया गैंग का पर्दाफाश। कई लोगों से कर चुके थे रजिस्ट्रेशन के नाम पर ठगी 16 मोबाइल कंप्यूटर और नकदी बरामद। कब्जे से पुलिस ने 16 मोबाइल दो कंप्यूटर और 15 हजार रुपये व अन्य सामान बरामद किया।
आगरा, जेएनएन। शादी का झांसा देकर लोगों से ठगी करने वाले गैंग ने जयपुर हाउस में आफिस खोल रखा था। रजिस्ट्रेशन का झांसा देकर तमाम लोगों से वे रकम ठग चुके थे। एटा पुलिस ने गैंग के संचालक दंपती और दाे युवतियों को गिरफ्तार कर गैंग का पर्दाफाश कर दिया। इनके कब्जे से पुलिस ने 16 मोबाइल, दो कंप्यूटर और 15 हजार रुपये व अन्य सामान बरामद किया है।
एटा की कोतवाली पुलिस ने शनिवार को रोडवेज बस स्टैंड के पास से छत्तीसगढ़ के मुंगेली निवासी राजकुमार खांडे, उसकी पत्नी आगरा के राजनगर निवासी मुस्कान, नयाबास निवासी रूबी तथा जगदीशपुरा निवासी रक्षा कुमारी को गिरफ्तार किया है। राजकुमार ने पुलिस को बताया कि परफैक्ट शादी डाट के नाम से मैरिज ब्यूरो का आफिस जयपुर हाउस में खोला था। रक्षा और रूबी भी उसी के साथ काम करती थीं। मैरिज ब्यूरो में रजिस्ट्रेशन के नाम पर रुपये जमा कराए जाते थे। आरोपितों के खिलाफ योगेश कुमार ने छह जून को कोतवाली नगर में शादी के नाम पर ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
इन लोगों से हुई ठगी
गैंग द्वारा एटा की कृष्णा बिहार कालोनी निवासी योगेश कुमार से शादी कराने का झांसा देकर एक लाख 13 हजार 500 रुपये की ठगी की गई थी। गाजियाबाद के नरेंद्र कुमार से 30 हजार रुपये तथा पंजाब के पटियाला निवासी जयप्रकाश से 26 हजार रुपये की ठगी भी आरोपितों ने स्वीकार की है।
ऐसे फंसाते थे युवकों को जाल में
कोतवाली नगर और साइबर सेल द्वारा पकड़े गए फर्जी मैरिज ब्यूरो के संचालक राजकुमार ने पुलिस को बताया कि वह आफिस पर कार्यरत लड़कियों और पत्नी के माध्यम से युवकों को शादी करने का लालच देकर जाल में फंसाते थे। रजिस्ट्रेशन के बाद ठगी का रास्ता साफ हो जाता था। एटा के योगेश से छत्तीसगढ़ के मैरिज ब्यूरो के संचालक अविनाश के नाम से बात कर काजल नामक लड़की से बात कराई थी। इसके बाद काजल ने सुनीता नाम की लड़की से योगेश की बात कराई और प्रस्ताव रखा। शादी की बात तय होने के लिए 20 फरवरी 2021 को योगेश और सुनीता की कानपुर में मीटिंग तय हुई। मगर, इससे कुछ दिन पहले ही सुनीता से पिता के बीमार होने और उनके आपरेशन होने की कहकर मीटिंग में न आने और आपरेशन के नाम पर खाते में एक लाख तीन हजार रुपये ट्रांसफर करने की बात योगेश से कही गई थी। शादी के लिए सुनीता के तैयार होने के झांसे में आकर योगेश ने ये रकम खाते में ट्रांसफर कर दी थी।