Taj Mahal के दीदार का इंतजार हुआ लंबा, अभी नहीं खुलेंगे स्मारकों के ताले
Unlock-1 in Agra संस्कृति मंत्रालय ने की है देशभर के 820 स्मारकों को खोलने की घोषणा। आगरा में खुल सकने योग्य 14 स्मारक फिलहाल बंद ही रखे जाएंगे।
आगरा, जागरण संवाददाता। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) सोमवार से देशभर में 820 स्मारकों को खोलने जा रहा है। यह वो स्मारक हैं जो लिविंग मॉन्यूमेंट्स हैं और उनमें परंपरागत रूप से पूजा और प्रार्थना होती चली आ रही है। आगरा में ताजमहल, फतेहपुर सीकरी समेत 14 ऐसे स्मारक फिलहाल बंद ही रहेंगे।
कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए एएसआइ ने केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल के 16 मार्च की शाम किए गए ट्वीट के बाद 17 मार्च से सभी स्मारकों को बंद कर दिया था। 83 दिनों से सभी स्मारक बंद चले आ रहे हैं। रविवार सुबह केंद्रीय संस्कृति व पर्यटन मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने सोमवार से देशभर के सक्रिय 820 स्मारकों को खोलने का ट्वीट किया। उन्होंने आशा जताई कि स्मारकों को खोलने के दौरान गृह व स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन का पालन किया जाएगा। इसके बाद दोपहर में संस्कृति मंत्रालय के उप-सचिव अजय यादव ने सोमवार से ऐसे 820 स्मारकों को खोलने का आदेश जारी किया, जिनमें पूजा और प्रार्थना होती है। उन्होंने एएसआइ को निर्देश दिए कि वो कोविड-19 के संक्रमण को फैलने से रोकने को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा धार्मिक स्थलों के लिए जारी स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर, गृह मंत्रालय एवं स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी सभी निर्देशों का पालन कराना अनिवार्य होगा। एएसआइ को इन सभी स्मारकों की सूची राज्य सरकार व प्रशासन को उपलब्ध करानी होगी, जिससे कि अगर स्मारक कंटेनमेंट जोन में हो तो कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए उचित कार्रवाई की जा सके।
इन 820 स्मारकों में एएसआइ के आगरा सर्किल के जिलों में आने वाले 35 स्मारक हैं। इनमें से 14 आगरा में हैं। धर्मगुरुओं के साथ जिला प्रशासन की रविवार शाम हुई बैठक में आम सहमति से इन स्मारकों को बंद रखे जाने पर सहमति बनी। उनमें इमाम व मौलवी प्रार्थना कर सकेंगे, लेकिन किसी अन्य व्यक्ति को जाने की अनुमति नहीं होगी। पर्यटकों को स्मारकों के खुलने का अभी इंतजार करना होगा।
लिविंग मॉन्यूमेंट्स की सूची
आगरा: ईदगाह, हुमायूं मस्जिद, जामा मस्जिद, जामा मस्जिद एत्मादपुर, फतेहपुरी मस्जिद, काली मस्जिद, ताजमहल स्थित मस्जिद, दीवान जी बेगम का रोजा और मस्जिद, जामा मस्जिद फतेहपुर सीकरी, शेख सलीम चिश्ती की दरगाह, बहाउद्दीन के मकबरे से लगी छोटी मस्जिद, संगतराश मस्जिद, दिल्ली गेट और लाल दरवाजा के मध्य स्थित छोटी मस्जिद, कमाल खां की दरगाह।
मथुरा: गोविंद देव मंदिर, मदन मोहन मंदिर, राधा बल्लभ मंदिर।
अलीगढ़: मस्जिद।
इटावा: जामा मस्जिद।
फर्रुखाबाद: मस्जिद और सराय।
हाथरस: दयाराम के किले में स्थित प्राचीन हिंदू मंदिर।
कन्नौज: बड़ी मस्जिद, मखदूम जहानियान का मकबरा व मस्जिद, बाला पीर के पश्चिम में स्थित छोटी मस्जिद।
मेरठ: रोमन कैथोलिक चर्च।
मुजफ्फरनगर: शाह अब्दुल रज्जाक और उनके चार बेटों का मकबरा व मस्जिद।
पीलीभीत: जामा मस्जिद।
संभल: जामा मस्जिद, कारवां सराय की मस्जिद।
बरेली: बेगम की मस्जिद।
बिजनौर: जामा मस्जिद।
बदायूं: जामा मस्जिद।
बुलंदशहर: चांदरानी का मंदिर।
एटा: सीता रामजी का मंदिर, पुराने मंदिर के अवशेष।
ताज में केवल शुक्रवार को होती है नमाज
ताजमहल शुक्रवार को बंद रहता है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार इस दिन केवल स्थानीय नमाजियों को ही नमाज के लिए दोपहर में प्रवेश दिया जाता हैै। सूची में 150 से 200 लोगों के शुक्रवार को नमाज पढ़ने आने का जिक्र है।
धर्मगुरुओं व धार्मिक स्थलों के प्रबंधकों के साथ वार्ता हुई है। कोविड-19 की गाइडलाइन के पालन में भीड़ उमड़ने से दिक्कत हो सकती है। इसलिए अभी सभी धार्मिक स्थल व स्मारक बंद रखे जाएंगे। उनमें यथावत इमाम व मौलवी प्रार्थनाक करते रहेंगे। आम व्यक्तियों को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।
-प्रभु एन. सिंह, डीएम