Taj Mahal: ताज के पास दो जगह लगी आग, उठे धुएं के गुबार, दमकल ने पाया काबू
Taj Mahal ताज ईस्ट ड्रेन और दशहरा घाट स्थित मंदिर के पीछे झाड़ियों में लगी आग। दो जगह आग लगने से उठे धुएं के गुबार। फायर ब्रिगेड ने पाया आग पर काबू। ताजगंज प्रोजेक्ट में लगाया गया फायर फाइटिंग सिस्टम बना हुआ है शोपीस।
आगरा, जागरण संवाददाता। ताजमहल के पास शनिवार दोपहर दो जगह आग लग गई। दोनों जगह आग लगने से धुएं के गुबार छा गए। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया। हालांकि, इससे ताजगंज प्रोजेक्ट में लगाए गए फायर फाइटिंग सिस्टम की उपयोगिता पर सवाल खड़े हो गए हैं।
ताजमहल के पास ईस्ट ड्रेन के नजदीक खाली जगह है। यहां पेड़-पौधों की सूखी पत्तियों का ढेर लगा था। यहां दोपहर 12 बजे के करीब कूड़े के ढेर में आग लग गई, जिससे उठता धुआं चारों ओर छा गया। ताज सुरक्षा में बैरियर पर तैनात पुलिसकर्मियों ने इसकी सूचना फायर ब्रिगेड को दी, जिसके बाद मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग को बुझाया। फायर ब्रिगेड जिस समय ईस्ट ड्रेन के पास लगी आग को बुझा रही थी, तभी दशहरा घाट पर बने मंदिर के पीछे झाड़ियों में आग लग गई। यहां तैनात पुलिस के जवानों ने फायर ब्रिगेड को सूचना दी। फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया। अगर यहां आग अधिक फैलती तो ताज की ग्रीन बेल्ट को क्षति पहुंच सकती थी, लेकिन उस पर समय रहते काबू पा लिया गया।
सवालों में फायर फाइटिंग सिस्टम
सपा सरकार में ताजगंज प्रोजेक्ट में ताजगंज का कायाकल्प करने के साथ फायर फाइटिंग सिस्टम भी लगाया गया था। पूरे ताजगंज में फायर हाईड्रेंट प्वाइंट भी लगाए गए थे। देखरेख के अभाव में यह केवल शोपीस बने हुए हैं। इनके पाइप तक गायब हो चुके हैं। अगर यह काम कर रहा होता तो ईस्ट ड्रेन के पास कूड़े में लगी आग को बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड को बुलाने की आवश्यकता ही नहीं पड़ती।