Drug Supplier: आगरा में जयपुरिया गैंग के सरगना की दो बेटियां भी गिरफ्तार
Drug Supplierपंकज गुप्ता समेत आठ को पहले गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है पुलिस। दवा सप्लायर हरप्रीत और प्रीतम का पांच माह में पता नहीं खोज पाई पुलिस। नशीली दवाओं का अवैध कारोबार करने वाले जयपुरिया गैंग पर 19 से 21 दिसंबर तक कार्रवाई की थी।
आगरा, जागरण संवाददाता। पांच माह पहले पकड़े नशीली दवाओं का अवैध कारोबार करने वाले जयपुरिया गैंग का पर्दाफाश हुआ था। इसके सरगना समेत आठ लोगों को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। मंगलवार को पुलिस ने सरगना की दो बेटियों को भी गिरफ्तार कर लिया। ये मुकदमे में नामजद थीं। इनमें से एक बीडीएस की छात्रा है और दूसरी 12 वीं कर चुकी है।
नशीली दवाओं का अवैध कारोबार करने वाले जयपुरिया गैंग पर औषधि विभाग और पुलिस ने 19 से 21 दिसंबर तक संयुक्त कार्रवाई की थी। इस दौरान बल्केश्वर के तेज नगर निवासी सरगना पंकज गुप्ता के सूर्यकांत गुप्ता, बेटे अमन गुप्ता, गोदाम में पार्टनर किशन अग्रवाल समेत सात को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। सात करोड़ की नशीली दवाएं जब्त की गईं।इस मामले में कमला नगर थाने में दो मुकदमे दर्ज हुए, जिनमें 17 आरोपित थे।सात आरोपितों को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने 14 फरवरी को सरगना पंकज गुप्ता उर्फ चंद्रकांत को गिरफ्तार कर लिया। मुकदमे में नामजद पंकज गुप्ता की पत्नी रीता, बेटी आकांक्षा और श्रुति के अलावा अनिल करीरा, सरदार हरप्रीत और प्रीतम समेत अन्य आरोपित फरार थे। इंस्पेक्टर कमला नगर ने बताया कि पंकज गुप्ता की बेटियों आकांक्षा और श्रुति को गिरफ्तार कर लिया गया है। आकांक्षा बीडीएस है और श्रुति 12वीं कर चुकी है।दोनों पिता के साथ अवैध कारोबार में संलिप्त थीं। इसलिए उन्हें गिरफ्तार किया गया है। अभी हरप्रीत और प्रीतम के पते नहीं मिल पाए हैं। अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। नहीं हुआ संपत्ति जब्तीकरणगैंग के पर्दाफाश के समय तत्कालीन एसएसपी बबलू कुमार ने गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करने और गैंग से जुड़े लोगों की संपत्ति जब्तीकरण की बात कही थी। मगर, अभी तक इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं हुई। अभी तक पुलिस गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई नहीं कर सकी है।