Fake Injection Case in Agra: आगरा में नकली स्टेरायड इंजेक्शन गिरोह के दो बुकी गिरफ्तार
Fake Injection Case in Agra सुबूत न मिलने पर दवा कारोबारी पर नहीं की गई कार्रवाई। कर्नाटक से सप्लाई हुए नकली इंजेक्शन। इंजेक्शन कहां सप्लाई हुए इसकी जांच चल रही है। इसी मामले में पूछताछ के बाद हेमा ड्रग हाउस के संचालक हिमांशु अग्रवाल को छोड़ दिया।
आगराा, जागरण संवाददाता। नकली (एनबालिक स्टेरायड) की सप्लाई करने वाले गिरोह के दो बुकी को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया। इनके द्वारा कर्नाटक से 2600 नकली डेका डुराबोलिन 50 एमजी इंजेक्शन राजू ड्रग हाउस फव्वारा के नाम से मंगाए गए थे। यहां से इंजेक्शन कहां सप्लाई हुए, इसकी जांच चल रही है। इसी मामले में पूछताछ के बाद हेमा ड्रग हाउस के संचालक हिमांशु अग्रवाल को छोड़ दिया।
औषधि निरीक्षक नरेश मोहन दीपक की तहरीर पर नकली डेका डुराबोलिन 50 एमजी इंजेक्शन की खरीद बिक्री करने पर बुकी राहुल कुमार सिंह निवासी नौबस्ता लोहामंडी और रंजीत शर्मा निवासी सेक्टर सात आवास विकास कालोनी के खिलाफ थाना कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है। राहुल कुमार सिंह और रंजीत शर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। कापीराइट एक्ट और 420 में मुकदमा दर्ज किया गया है। राजू ड्रग हाउस की संचालिका रेखा भगतानी से भी पूछताछ की गई, उन्होंने बताया कि वे दुकान पर नहीं आती हैं। सारा काम रंजीत शर्मा करता है।
ये है मामला
औषधि निरीक्षक नरेश मोहन दीपक 21 अप्रैल 2021 को रिद्धि सिद्धि फार्मा थाना बेलागवी, कर्नाटक से जाइडस कैडिला कंपनी, अहमदाबाद का डेका डुराबोलिन 50 एमजी इंजेक्शन राजू ड्रग हाउस मुबारक महल फव्वारा के को सप्लाई किया गया। ई वे बिल जारी किया गया, 2600 इंजेक्शन सप्लाई किए गए। राजू ड्रग हाउस से इंजेक्शन माधव ड्रग हाउस को बेचा गया, उन्हें नकली होने का शक हुआ। उन्होंने इंजेक्शन वापस कर दिए और औषधि विभाग को सूचना दे दी। कंपनी के सीनियर मैनेजर ब्रांड प्रोटेक्शन विकास गौड ने जांच के बाद बताया कि इंजेक्शन नकली हैं।