Pulwama Terror Attack: हर चेहरे पर गम, दिलों में आक्रोश और जुबां पर ठोको पाकिस्तान
शहीद स्मारक पर पहुंचा छात्रों का सैलाब। पाकिस्तान को सबक सिखाने की उठ रही मांग।
आगरा, जागरण संवाददाता। देशभर में एक ही लहर इस वक्त चल रही है। आंखें भीगी हैं लेकिन दिल में आक्रोश है। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों की बस पर हुए आतंकी हमले के खिलाफ लोगों में आक्रोश है। मन में गुस्से का गुबार लिये शनिवार को जगह जगह प्रदर्शन हुए।
आगरा के शहीद स्मारक पर इस गुस्से का गुबार सैलाब के रूप में दिखा। शहरभर से लोग यहां स्वत: इच्छा से पहुंचे और मोमबत्तियां जलाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
गौर करने वाली बात थी कि इस जनसैलाब में सबसे ज्यादा संख्या कॉलेज के छात्र छात्राओं की थी। डीईआइ, सेंट जोंस कॉलेज, बैकुंठी देवी कन्या महाविद्यालय सहित अन्य स्कूल और कॉलेज के छात्र छात्रा यहां पहुंचे थे। डीईआइ के छात्र छात्राओं ने यहां पहुंचकर राष्ट्र गान जब गाया तो हर आंख नम हो उठी। इसके बाद भारत माता के जयघोष के साथ पाकिस्तान ठोको के भी जमकर नारे लगे। मोहब्बत की नगरी आगरा में देश के प्रति मोहब्बत का यह जज्बा देखने के काबिल था। शहर के हर कोने से हर वर्ग के लोग यहां पहुंचे और सरकार से पाकिस्तान को सबक सिखाने की पुरजोर मांग की।
उधर मथुरा में वृंदावन में हनुमान प्रसाद धनुका विद्यालय की छात्राओं ने माथे पर काली पट्टी बांध पाकिस्तान और आतंकवाद का पुतला दहन किया। विरोध की यह आग देहात के क्षेत्रों में भी कुछ कम न थी। फतेहपुर सीकरी, फतेहाबाद, बाह, पिनाहट,अछनेरा सहित अन्य क्षेत्रों में शहीदों को नमन करते हुए आतंकवाद के खात्मे की मांग उठाई।
गली से सड़क तक प्रदर्शन
शनिवार को दिन आगरा के जहन में सदैव के लिए यादगार रहेगा। देशप्रेम का जज्बा शायद इससे पहले स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान ही शायद देखने को मिला होगा। गली हो या मोहल्ले, कॉलोनी हो या चौराहा, शहर की ऐसी कोई जगह नहीं थी जहां लोगों ने तिरंगा हाथों में लेकर प्रदर्शन न किया हो। चौराहों पर प्रदर्शन की वजह से कई जगह जाम की स्थिति भी बनी लेकिन लोग खामोश खड़े प्रदर्शन के आगे बढऩे का इंतजार करते रहे। मानो जाम में फंसे लोग भी प्रदर्शन करने वालों का समर्थन ही कर रहे थे।