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Tourist Season: भारतीय पर्यटकों पर निर्भर करेगा आगरा का पर्यटन, कोविड काल में विदेशियों का आसरा नहीं

केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय डोमेस्टिक टूरिज्म को दे रहा बढ़ावा। वीजा और फ्लाइट के अभाव में विदेशियों का आना मुश्किल।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Fri, 18 Sep 2020 02:15 PM (IST)Updated: Fri, 18 Sep 2020 02:15 PM (IST)
Tourist Season: भारतीय पर्यटकों पर निर्भर करेगा आगरा का पर्यटन, कोविड काल में विदेशियों का आसरा नहीं
Tourist Season: भारतीय पर्यटकों पर निर्भर करेगा आगरा का पर्यटन, कोविड काल में विदेशियों का आसरा नहीं

आगरा, जागरण संवाददाता। एक अक्टूबर से शुरू होने जा रहे पर्यटन सीजन में आगरा का पर्यटन भारतीय पर्यटकों पर निर्भर करेगा। कोविड-19 के संक्रमण काल में पर्यटन वीजा सर्विस शुरू नहीं किए जाने और इंटरनेशनल फ्लाइट के अभाव में विदेशी पर्यटकों का यहां आना मुश्किल होगा। कोरोना संक्रमण के दिन-प्रतिदिन बढ़ने से भारतीयों के भी अधिक संख्या में यहां आने में संशय जताया जा रहा है।

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आगरा में अक्टूबर से मार्च तक पर्यटन सीजन रहता है। कोरोना के संक्रमण के चलते केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय भी यह मान चुका है कि इस स्थिति में भारतीय पर्यटक लंबी दूरी व अधिक दिनों की यात्रा के बजाय छोटी यात्राएं करना पसंद करेंगे। इसके लिए उसने राज्यों के स्तर पर इंट्रा-स्टेट (राज्यांतरिक) आइटनरी तैयार कराई हैं। आगरा के पर्यटन की बात करें तो यहां पर्यटकों के लिए आकर्षण का प्रमुख केेंद्र ताजमहल 21 सितंबर से खुलने जा रहा है, जिससे यहां छह माह बाद रौनक लौटने की उम्मीद पर्यटन कारोबारियों को जगी है। ताजमहल देखने आने वाले भारतीय पर्यटकों में बंगाली, तमिल और गुजराती अधिक होते हैं। इनके बाद एनसीआर के पर्यटकों का नंबर आता है। आगरा आने वाले भारतीय पर्यटकों में इनकी संख्या करीब 50 फीसद तक होती है। बंगाली, तमिल और गुजराती अपने पूरे परिवार के साथ यात्रा करते हैं और आगरा में रात्रि प्रवास भी करते हैं, जबकि एनसीआर से आने वाले दिन में घूमकर शाम को वापस लौट जाते हैं। पर्यटन वीजा सर्विस अभी बंद है और इंटरनेशनल फ्लाइटों की शुरुआत की तिथि भी घोषित नहीं की गई है, इससे दिसंबर तक विदेशी पर्यटकों के आने की उम्मीद ना के बराबर है। भारतीय पर्यटकों को भी ट्रेनें नहीं होने और अंतरराज्यीय बस सेवा की स्थिति खराब होने से दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।

आगरा आने वाले पर्यटकों में सर्वाधिक बंगाली, तमिल और गुजराती होते हैं, जो परिवार के साथ घूमने आते हैं। कोरोना काल में पर्यटकों के आने में संशय है। अभी ट्रेनें शुरू नहीं हुई हैं और अंतरराज्यीय बस सेवा की भी स्थिति खराब है। इससे पर्यटकों को मुश्किल होगी।

-संदीप अरोड़ा, अध्यक्ष आगरा टूरिज्म डवलपमेंट फाउंडेशन

दिसंबर तक विदेशी पर्यटकों के आने की उम्मीद नहीं है। कोरोना की वैक्सीन आने के बाद ही स्थिति में सुधार की उम्मीद है। आस्ट्रेलिया खुलने के बाद दोबारा बंद हो चुका है। पर्यटन वीजा सर्विस और इंटरनेशनल फ्लाइट की शुरुआत के बारे में भी स्थिति स्पष्ट नहीं है।

-राजेश शर्मा, सचिव टूरिज्म गिल्ड ऑफ आगरा


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