Taj Mahal Unlocked: Golf Cart से लेकर डायना बेंच तक, ये हैं ताज के दीदार के लिए इंतजाम
14 सीटर गोल्फ कोर्ट में बैठ सकेंगे सात पर्यटक। शारीरिक दूरी के पालन को एडीए ने की है व्यवस्था।
आगरा, जागरण संवाददाता। यूं तो संगमरमरी हुस्न ताजमहल के 21 सितंबर को खाेले जाने की घाेषणा होने के बाद से ही तैयारियां शुरु हो चुकी थीं। सोमवार को जब ताजमहल एवं आगरा किला के दरवाजे पर्यटकों के लिए खुले तो विशेष नियम लागू दिखे। शिल्पग्राम पार्किंग और पश्चिमी गेट पार्किंग से ताजमहल तक संचालित होने वाली 14 सीटर गोल्फ कार्ट में सात पर्यटकों को ही एडीए द्वारा बैठाया गया। एक गोल्फ कार्ट में इससे अधिक पर्यटक केवल एक ही परिवार का सदस्य होने की स्थिति में बैठाए जा रहे हैं।
ताजमहल की 500 मीटर की परिधि में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार बाहरी वाहनों का प्रवेश वर्जित है। स्थानीय निवासियों के लिए वाहन पास की व्यवस्था है। यहां पर्यटकों को अपने वाहन शिल्पग्राम व अमरूद का टीला पार्किंग में खड़े करने पड़ते हैं। वहां से वो एडीए द्वारा संचालित गोल्फ कार्ट या बैटरी बस में सवार होकर ताजमहल तक पहुंचते हैं। कोरोना काल में सोमवार से खुलने पर ताजमहल के लिए जारी स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर का पालन किया जा रहा है। एडीए ने सोमवार को शिल्पग्राम से ताज पूर्वी गेट तक 30 और अमरूद का टीला से ताज पश्चिमी गेट तक 10 गोल्फ कार्ट संचालित किये हैं। गोल्फ कार्ट की टिकट और पार्किंग की रसीद को डिजिटल पैमेंट मोड अपनाया जा रहा है। विदेशी पर्यटको आता है तो वो ताजमहल में लगी शू-कवर डिस्पेंसर मशीन से शू-कवर पहन सकेगा।
एडीए उपाध्यक्ष देवेंद्र सिंह ने बताया कि गाइडलाइन और एसओपी के अनुसार गोल्फ कार्ट व पार्किंग के लिए डिजिटल पैमेंट मोड अपनाया जा रहा है। पहले दिन ट्रायल कर खामियों को दुरुस्त कर लिया गया।
एडीए चला रहा पार्किंग
अमरूद का टीला पार्किंग का संचालन एडीए द्वारा स्वयं किया जा रहा है। पिछले दिनों हुए पार्किंग के टेंडर में किसी ने रुचि नहीं दिखाई थी।
चमक उठीं दुकानें
17 मार्च से बंद ताज पूर्वी व पश्चिमी गेट स्थित दुकानें रविवार को पूरे दिन खुली रहीं। दुकानदारों ने सफाई कराकर दुकानों को चमका लिया है।
प्लास्टिक शीट से कवर है डायना बेंच
ताजमहल में कोरोना वायरस के संक्रमण से पर्यटकों को बचाने को स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर लागू करने के साथ अन्य उपाय भी किए जा गए हैं। रविवार को सेंट्रल टैंक स्थित डायना बेंच को प्लास्टिक शीट से कवर कर दिया गया। शाम को पूरे ताजमहल को सैनिटाइज किया गया।
ताजमहल देखने आने वाले सैलानियों में सेंट्रल टैंक स्थित डायना बेंच पर बैठकर फोटो खिंचाने का क्रेज रहता है। यहां कोरोना काल से पूर्व फोटो खिंचाने के लिए भीड़ लगी रहती थी। कोरोना काल में शारीरिक दूरी के नियम का पालन कराना यहां चुनौतीपूर्ण होगा। इसके चलते भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) ने सेंट्रल टैंक पर पर्यटकों के लिए बोर्ड लगाया है। इसमें उन्हें अपनी बारी का इंतजार करने व सुरक्षाकर्मियों के दिशा-निर्देशों का पालन करने की ताकीद की गई है। बेंच को भी प्लास्टिक शीट से कवर कर दिया गया है, जिससे कि उसे आसानी से सैनिटाइज किया जा सके। स्मारक के पूर्वी व पश्चिमी गेट, फोरकोर्ट, उद्यान व मुख्य मकबरे पर पर्यटकों, फोटोग्राफरों व गाइडों के लिए दिशा-निर्देश के बोर्ड लगाए गए हैं। प्रवेश द्वार व सुरक्षा जांच स्थल पर गोले बनाए गए हैं।
शाम तक बुक हुए करीब 2500 टिकट
अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि सोमवार को ताज देखने के लिए करीब 2500 टिकट रविवार शाम पांच बजे तक बुक कराए गए।
सीआइएसएफ करेगी स्पर्श मुक्त सुरक्षा जांच
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) द्वारा ताज देखने आने वाले पर्यटकों की स्पर्श मुक्त सुरक्षा जांच की जा रही है। डोर फ्रेम मैटल डिटेक्टर (डीएफएमडी) यहां पूर्व से लगे हुए हैं। अब हाथों से छूने के बजाय हैंड हेल्ड डिटेक्टर से जांच की जा रही है। जरूरत महसूस होने पर ही पर्यटकों को हाथों से छूकर जांच की जाएगी।
30 सितंबर तक गाइड देंगे निश्शुल्क सेवा
एप्रूव्ड टूरिस्ट गाइड एसोसिएशन की कार्यकारिणी की बैठक रविवार शाम को हुई। इसमें गाइडों को पर्यटकों को स्मारक घुमाते समय सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने को कहा गया। एसोसिएशन के संयोजक शकील चौहान ने बताया कि गाइड 30 सितंबर तक पर्यटकों को गाइडों द्वारा निश्शुल्क सेवा दी जाएगी। इसके लिए डीएम प्रभु एन. सिंह और अधीक्षण पुरात्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार से पार्किंग या स्मारक के बाहर स्थान सुनिश्चित कराने की मांग की गई है। वहीं, उप्र पर्यटन के गाइड सोमवार सुबह आठ से 10 बजे तक पर्यटकों को निश्शुल्क सेवा देंगे।
नेटवर्क प्रोब्लम से परेशान हुए पर्यटक
सिकंदरा देखने पहुंचे पर्यटकों को रविवार को नेटवर्क ने रुलाया। मोबाइल नेटवर्क नहीं होने से क्यूआर कोड स्कैन होने के बाद ऑनलाइन पैमेंट नहीं होने से पर्यटक ऑनलाइन टिकट बुक नहीं कर सके। अंत में कई पर्यटक बिना स्मारक देखे ही लौट गए।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने काेरोना काल में खोले गए स्मारकों में केवल ऑनलाइन टिकट बुकिंग लागू कर रखी है। विभाग की वेबसाइट या फिर स्मारक पर दिए गए क्यूआर कोड को स्कैन कर पर्यटक टिकट बुक करते हैं। स्मारकों पर मोबाइल नेटवर्क नहीं मिलने पर टिकट बुक नहीं हो पाती हैं। रविवार दोपहर सिकंदरा पर इससे पर्यटकों को परेशानी उठानी पड़ी। वहीं, रविवार को आधा दर्जन स्मारकों को देखने 812 पर्यटक पहुंचे। मेहताब बाग पर सर्वाधिक पर्यटक रहे। अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि स्मारकों पर मोबाइल कंपनियों के नेटवर्क कमजोर होने से यह समस्या आ रही है।
रविवार को स्मारक देखने आए पर्यटक
स्मारक, पर्यटक
फतेहपुर सीकरी, 158
मेहताब बाग, 325
सिकंदरा, 180
एत्माद्दौला, 61
रामबाग, 72
मरियम टॉम्ब, 16
कुल, 812