MP के अफसर बोले, आगरा में बंदिशें बहुत, मध्य प्रदेश में सम्भावनाएं अपार Agra News
कलाकृति कल्चरल कन्वेंशन सेंटर में मध्य प्रदेश टूरिज्म इन्वेस्टर्स मीट का आयोजन। पर्यटन उद्यमियों को मध्य प्रदेश में निवेश के लिए किया गया आमंत्रित।
आगरा, जागरण संवाददाता। ताज ट्रेपेजियम जोन की बंदिशों के चलते आगरा में निवेश की संभावनाएं बहुत कम हैं। मध्य प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र में निवेश की अपार सम्भावनाएं हैं। मध्य प्रदेश आएं और इसका लाभ उठाएं। मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड आपकी हरसम्भव मदद को तैयार है।
मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड के मैनेजिंग डायरेक्टर और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव डॉ. फ़ैज़ अहमद किदवई ने कलाकृति कल्चरल कन्वेंशन सेंटर में मध्य प्रदेश टूरिज्म इन्वेस्टर्स मीट में यह बात कही। उन्होंने कहा कि हमारे यहां वाटर बॉडी, हेरिटेज साइट्स, प्राकृतिक स्थल काफी हैं। हम टाइम बाउंड क्लेरेंस एक्ट पर्यटन में भी ला रहे हैं। यूनाइटेड नेशन्स वीमेन के साथ हम 50 स्थलों को महिलाओं के लिए सुरक्षित स्थल घोषित करने जा रहे हैं। 100 गांव को गोद लेने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आगरा के उद्यमी मध्य प्रदेश आएं, सरकार हरसंभव मदद को तैयार है।
मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड के डायरेक्टर एके राजौरिया ने कहा कि मध्य प्रदेश हृदय प्रदेश है। ग्लोबल इकोनॉमी में उथलपुथल के बावजूद पर्यटन में आशाजनक बढोत्तरी दुनिया में हुई है। अभी देश में दुनिया के एक फीसद ही पर्यटक आते हैैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच वर्ष में इसे बढाकर तीन फीसद करना चाहते हैं। भारत में घरेलू पर्यटन पिछले छह वर्ष में दोगुना हुआ है। उन्होंने मध्य प्रदेश की टूरिज्म पॅालिसी और निवेशकों को दी जाने वाली सुविधाओं सब्सिडी आदि की जानकारी दी। अशोक जैन ओसवाल ने स्वागत भाषण दिया। मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड के संयुक्त निदेशक सुरेश झारिया, पूरन डावर, श्रीकिशन गोयल, राजीव तिवारी, हरी सुकुमार, केसी जैन, राकेश चौहान आदि मौजूद रहे।
समृद्ध संस्कृति की धरोहर है मध्य प्रदेश में
भारत की शान और ह्दय मध्य प्रदेश समृद्ध संस्कृति और इतिहास के लिए जाना जाता है। इस राज्य का इतिहास, भौगोलिक स्थिति, प्राकृतिक सुंदरता, सांस्कृतिक विरासत और यहांं के लोग इसे भारत के सर्वश्रेष्ठ पर्यटन स्थलों में से एक बनाते हैं। मध्य प्रदेश पर कई राजवंश के राजाओं ने शासन किया। मध्य प्रदेश ने प्राचीन काल के मौर्य, राष्ट्रकूट और गुप्त वंश से लेकर बुन्देल, होल्कर, मुगल और सिंधिया जैसे लगभग चौदह राजवंशों का उत्थान और पतन देखा है। विभिन्न राजाओं के द्वारा कला और वास्तुशैली के विभिन्न प्रकार यहाँ विकसित हुए। खजुराहो की मूर्तिकला, ग्वालियर का शानदार किला, उज्जैन और चित्रकूट के मंदिर या ओरछा की छतरियां सभी वास्तुकला के अच्छे उदाहरण हैं। खजुराहो, सांची और भीमबेटका को यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत स्थल घोषित किया गया है। मध्य प्रदेश की आदिवासी संस्कृति मध्य प्रदेश के पर्यटन का एक महत्वपूर्ण भाग है। यहांं मुख्य रूप से गौंड और भील आदिवासी रहते हैं। आदिवासी कला और कलाकृतियां पर्यटन के आकर्षण का प्रमुख स्त्रोत हैं। लोक संगीत और नृत्य देश की कलात्मक विरासत है।