बोले तोगडि़या, वक्त के साथ बदलने वाली विचारधारा बदल रही सत्ता के साथ
अहिप के अध्यक्ष डॉ प्रवीन तोगडि़या ने कहा कि राम के नाम पर सत्ता में आने वाली भाजपा राम को ही भूल गई है। कहा कि हिंदुओं के लिए मंदिर बनवाने वाले दे रहे मस्जिदों को प्रथमिकता।
आगरा: अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के अध्यक्ष डॉ प्रवीण भाई तोगड़िया फीरोजाबाद में हुए एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संघ प्रमुख मोहन भागवत जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि वक़्त के साथ विचारधारा बदलती थी अब सत्त्ता के साथ विचारधारा बदल रही है। उन्होंने कहा हमने नरेंद्र मोदी को नही छोड़ा। जब उन्हें भाजपा अहमदाबाद में घुसने नही देती थी तब हम साथ थे, लेकिन मोदी ने विचारधारा छोड़ दी, लाखों कार्यकर्ताओं को छोड़ दिया। कांग्रेस मुक्त भारत बनाते बनाते कांग्रेस युक्त भाजपा बना डाली।
शनिवार को फीरोजाबाद के पालीवाल हॉल में हुई अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद की सभा को संबोधित कर तोगडि़या लोगों को प्रभावित करने का प्रयास कर रहे थे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि जब वे सत्ता में नही थे तो आंदोलन कर रहे थे, संसद में कानून की बात करते थे लेकिन आज कोर्ट की बात कर रहे है। कोठारी बंधुओं की आत्मा उन्हें माफ नही करेंगी। जिस राम के नाम पर पूर्ण बहुमत से सत्ता में आये। उसे भुलाने वाले को भगवान माफ नही करेंगे। सभी को पता है कि जब रावण ने राम को छोड़ा था तो क्या परिणाम हुआ था। देश के प्रधानमंत्री राम को छोड़ रहीम की बात कर रहे है। मंदिर बनवाने निकलने वाले मस्जिद में नजर आ रहे है। अब हिन्दू ही इन्हें जवाब देगा। न रोजगार दिया और न फसल का सही दाम।
सरकार पर जमकर बरसते हुए तोगड़िया ने सरकार को व्यापारी विरोधी सरकार की संज्ञा दी। उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियां छोटे कारोबारी को तबाह कर रही हैं। अन्नदाता आत्म हत्या कर रहा है। वहां अन्न खाने वाला सुखी कैसे हो सकता है। हमें चाहिए सृमद्धि और सुरक्षा।
हिंदुओं को रहनुमा बनने में जुटे तोगडि़या
अहिप के अध्यक्ष डॉ. प्रवीन तोगडि़या संघ परिवार से अलग होने के बाद अयोध्या एजेंडे को धार देने के लिए इन दिनों यूपी के जिलों का दौरा कर रहे हैं। बार-बार यह जताकर कि संघ के तमाम कार्यकर्ता उनके साथ हैं, वे यह साबित करने की कोशिश कर रहे हैं कि विश्व हिंदू परिषद पर कहीं न कहीं दबाव है, इसलिए वह राम मंदिर को लेकर कुछ नहीं बोल पा रही। ऐसे में खुद को हिंदुओं का असली रहनुमा साबित करने में जुटे तोगडि़या का मकसद संघ के ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपने पाले में लाने का है, लेकिन यह चमत्कार फिलहाल दिखाई नहीं दे रहा।
शुक्रवार को एटा पहुंचे ताेगडि़या का दौरा सिर्फ उपस्थिति दर्ज कराने तक ही सीमित रहा। प्रेस कॉफ्रेंस में उन्होंने बार-बार यह दावा किया कि संघ परिवार के तमाम कार्यकर्ता उनके साथ हैं, लेकिन यहां एक भी उन्हें माला पहनाने नहीं आया। सिर्फ चंद ऐसे लोग ही थे जो उनके संगठन से नए जुड़े हैं। तोगडिय़ा से हुई बातचीत में साफ झलका कि उनकी नजर संघ और उसके अनुसांगिक ऐसे कार्यकर्ताओं पर है जो खुद को कहीं न कहीं उपेक्षित महसूस करते हैं। उन्होंने यह दावा भी किया कि संघ के पूर्णकालिक 25 प्रचारक उनके साथ आ चुके हैं, लेकिन वे कौन हैं इस बारे में उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
उन्होंने तमाम सवालों के जवाब यह कहकर टाले कि फिलहाल उनका लक्ष्य राम मंदिर निर्माण के लिए मार्ग प्रशस्त करना है इसलिए वे अयोध्या की लड़ाई लड़ रहे हैं। साथ में यह भी जोड़ा कि 21 अक्टूबर को बहुत कुछ साफ हो जाएगा। उनके संगठन की असली ताकत लखनऊ से अयोध्या तक होने वाली कूच के दौरान देखने को मिलेगी। दरअसल तोगडि़या की यह कोशिशें खासतौर पर विश्व हिंदू परिषद को विचलित करने के रूप में देखीं जा सकती हैं।