ताजनगरी में ‘UP’ के ठग, पढ़ें खुलेआम चल रहे छल के कारोबार की पूरी हकीकत Agra News
ताजमहल के पास यूपी हैंडलूम के नाम से चल रहीं हैंडीक्राफ्ट की दुकानें। यूपी के चलते पर्यटक समझते हैं सरकारी हो जाते हैं ठगी का शिकार।
आगरा, निर्लोष कुमार। ताजनगरी में ‘यूपी’ के ठग पर्यटन स्थलों के आसपास देसी-विदेशी सैलानियों को चूना लगा रहे हैं। यूपी हैंडलूम और यूपी हैंडीक्राफ्ट्स के नाम से संचालित दुकानों के बोर्ड पर ‘यूपी’ लिखा देख पर्यटक उन्हें सरकारी समझकर झांसे में आ जाते हैं और दुकानदार की लच्छेदार बातों में फंसकर ठगी का शिकार हो जाते हैं। पिछले दिनों ठगी के ऐसे ही एक मामले में मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुलिस विवेचना में जुटी हुई है।
आगरा में ताजमहल, आगरा किला, फतेहपुर सीकरी समेत अन्य स्मारकों को देखने बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। ताज के पास पश्चिमी गेट के नजदीक, मीना बाजार, पूर्वी गेट, फतेहाबाद रोड पर कई दुकानदारों द्वारा यूपी हैंडलूम या यूपी हैंडीक्राफ्ट लिखकर दुकानें चलाई जा रही हैं। इनकी दुकानों पर प्रदर्शित सामान पर प्राइस टैग नहीं लगा होता। पर्यटकों को सामान की वास्तविक कीमत से कई गुना अधिक दाम बताए जाते हैं।
दुकानदार पर्यटकों को इस तरह झांसे में लेते हैं कि वो सहज विश्वास कर ठगा जाता है। नौ नवंबर को गुजरात के पोरबंदर से आईं आरती योगेश्वरी जोशी ने फतेहाबाद रोड स्थित यूपी हैंडलूम एंड हैंडीक्राफ्ट्स कॉरपोरेशन के खिलाफ ठगी का मुकदमा दर्ज कराया था। पर्यटक को आयुर्वेदिक चप्पलों और सर्दी में गर्म और गर्मी में ठंड का अहसास कराने वाले कंबलों की बिक्री के नाम पर ठगा गया था। ग्राहक को बंदियों द्वारा तैयार किया गया कंबल बताकर भावनात्मक शोषण किया गया।
गुजरात की पर्यटक से ठगी के मामले में पर्यटन पुलिस विवेचना कर रही है, मगर पर्यटकों से ठगी का यह कोई पहला मामला नहीं है। यह मामला इसलिए सामने आ गया क्योंकि पर्यटक ने मुकदमा दर्ज करा दिया। अन्यथा, शिकायतें आती हैं और पुलिस व पर्यटन विभाग समझौता कराकर मामला निपटा देता है। ठगी की इन दुकानों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो पाती। इंस्पेक्टर पर्यटन दिनेश कुमार ने बताया कि पर्यटक से हुई ठगी के मुकदमे में विवेचना की जा रही है। दबिश दी गई थी, लेकिन दुकानदार नहीं मिला।
कार्रवाई के लिए लिखा पत्र
पर्यटक से ठगी के बाद पर्यटन पुलिस द्वारा सीओ ताज सुरक्षा को पत्र भेजा गया है। जिसमें पर्यटन स्थलों के समीप यूपी हैंडलूम के नाम से संचालित दुकानों द्वारा स्वयं को सरकारी दुकान बताने, उप्र सरकार को बदनाम कर पर्यटकों को ठगे जाने के मामले में कार्रवाई करने को कहा गया है।