चुनाव के फेर में फंसे आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र
छह तहसीलों में लेखपाल नहीं लगा पा रहे रिपोर्ट हर दिन 500 से अधिक पहुंचते हैं आनलाइन आवेदन
आगरा, जागरण संवाददाता।
अकोला निवासी वीरेंद्र सिंह ने निवास प्रमाण पत्र के लिए 20 नवंबर 2021 को आवेदन किया था। दिसंबर के तीसरे सप्ताह में वीरेंद्र ने तहसील सदर के अफसरों से इसकी शिकायत की। अफसरों ने जल्द ही प्रमाण पत्र बनकर मिलने का आश्वासन दिया। अभी तक प्रमाण पत्र बनकर नहीं मिला है। वीरेंद्र ने बताया कि लेखपाल ने रिपोर्ट नहीं लगाई है। नगला रामबल निवासी विष्णु मिश्रा ने आय प्रमाण पत्र के लिए 14 नवंबर 2021 को आवेदन किया था। एत्मादपुर तहसील से अभी तक प्रमाण पत्र बनकर नहीं मिला है। विष्णु ने बताया कि आय प्रमाण पत्र न बनने पर इसकी शिकायत संबंधित अफसरों से की गई। प्रमाण पत्र न बनने से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। - रुनकता निवासी चंद्रेश कुमार ने पिछड़ी जाति के प्रमाण पत्र के लिए पांच नवंबर 2021 को आवेदन किया था। 20 दिसंबर तक प्रमाण पत्र न बनने पर चंद्रेश ने तहसील के अफसरों से इसकी शिकायत की। अफसरों ने जांच कर जल्द रिपोर्ट लगने का आश्वासन दिया। चंद्रेश ने बताया कि अभी तक प्रमाण पत्र बनकर नहीं मिला है। आय, जाति और निवास प्रमाण पत्र न बनने के यह तो तीन उदाहरण हैं। विधानसभा चुनाव-2022 के फेर में तीन हजार प्रमाण पत्र फंस गए हैं। लेखपाल इन पर रिपोर्ट नहीं लगा रहे हैं। इससे लोग परेशान हैं। हर दिन तहसीलों में लोग शिकायतें लेकर पहुंच रहे हैं। वहीं हर दिन 500 आवेदन पत्र आनलाइन प्राप्त हो रहे हैं। इससे लंबित प्रमाण पत्रों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। शाहगंज निवासी सोनू सिंह ने बताया कि एक माह पूर्व आय प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया था। अभी तक प्रमाण पत्र नहीं बनकर नहीं मिला है। आवास विकास कालोनी सेक्टर तीन निवासी गौरव कुमार ने बताया कि निवास प्रमाण पत्र के लिए डेढ़ माह पूर्व आवेदन किया गया था। अभी तक यह बनकर नहीं मिला है। सबसे अधिक तहसील सदर में लंबित : आय, जाति, निवास, हैसियत और वारिसान प्रमाण पत्र सबसे अधिक तहसील सदर में लंबित हैं। इनकी संख्या 1,800 है। बाकी पांच तहसीलों में 1,200 प्रमाण पत्र लंबित हैं।
आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र सहित अन्य की रिपोर्ट समय पर न लगने की शिकायतें मिली हैं। इन्हें जल्द जारी करने के लिए कहा गया है।
प्रभु एन सिंह, डीएम
बैनामों की संख्या में आई कमी
जासं, आगरा : विधानसभा चुनाव-2022 के चलते जिले के दस उप निबंधक कार्यालयों में बैनामों की संख्या में कमी आई है। तहसील सदर में पांच और पांच तहसीलों में एक-एक कार्यालय हैं।
एक माह पूर्व तहसील सदर में पांच उप निबंधक कार्यालयों में 300 बैनामे होते थे। इसकी संख्या घटकर 70 रह गई है। इसमें 50 लोग पहले से ही अप्वाइंटमेंट लेकर आ रहे हैं। इसी तरह से एत्मादपुर, बाह, फतेहाबाद, खेरागढ़ और किरावली तहसील में हर दिन 80 से 100 बैनामे होते हैं। इनकी संख्या घटकर 40 से 50 पहुंच गई है। सहायक महानिरीक्षक, निबंधन सुनील कुमार ने बताया कि चुनाव के चलते बैनामों की संख्या में तेजी से कमी आई है।