Flyover in Agra: भगवान टाकीज फ्लाईओवर पर हिचकोले लेकर चलते हैं वाहन
Flyover in Agra मरम्मत में हर साल खर्च हाेते हैं तीस लाख रुपये। संरक्षा के नहीं हैं पुख्ता इंतजाम। फ्लाईओवर के किनारे बन गए तीन डलावघर। नाले की ठीक से नहीं हो रही सफाई। ग्रेनुलर सब बेस में तकनीकी कमी के चलते लेन को फिर से उखड़ना पड़ा है।
आगरा, जागरण संवाददाता। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) मथुरा खंड के अफसरों की लचर कार्यशैली के चलते भगवान टाकीज फ्लाईओवर पर वाहन हिचकोले के साथ चलते हैं। इसके चलते एक साल के भीतर आधा दर्जन से अधिक दुर्घटनाएं हो चुकी हैं जबकि फ्लाईओवर की मरम्मत में हर साल तीस लाख रुपये खर्च हाेते हैं। संरक्षा के इंतजाम कागजों में कैद होकर रह गए हैं। फ्लाईओवर के किनारे तीन डलावघर हैं। नाले की ठीक से सफाई नहीं हुई है। दो दशक पूर्व 25 करोड़ रुपये से फ्लाईओवर का निर्माण हुआ था।
तीन बार बंद हो चुकी है लेन
भगवान टाकीज फ्लाईओवर की वाटरवर्क्स से सिकंदरा की पहली लेन दो बार और सिकंदरा से वाटरवर्क्स की दूसरी लेन एक बार बंद हो चुकी है। कई जगहों पर फ्लाईओवर की लेन धंस गई थी।
बारिश के चलते अंडरपास की एक लेन की मरम्मत का कार्य ठप
नेशनल हाईवे-19 स्थित सिकंदरा सब्जी मंडी अंडरपास की रुनकता से सिकंदरा लेन की मरम्मत का कार्य गुरुवार सुबह भी बंद रहा। यह कार्य बुधवार को बारिश के चलते बंद हुआ था। दो पोकलेन और एक जेसीबी को किनारे खड़ा कर दिया गया। एनएचएआइ मथुरा खंड के एक अधिकारी ने बताया कि ग्रेनुलर सब बेस में तकनीकी कमी के चलते लेन को फिर से उखड़ना पड़ा है। यह कार्य दो से तीन सप्ताह में पूरा होगा।
हाईवे पर टूटी रेलिंग को बदलने का काम शुरू
एनएचएआइ मथुरा खंड की टीम ने नेशनल हाईवे-19 स्थित सिकंदरा थाना के सामने टूटी पड़ी रेलिंग को बदलने का काम शुरू कर दिया है। दो माह पूर्व ट्रक की टक्कर से रेलिंग टूट गई थी। वहीं केके नगर के सामने टीम ने नाली की सफाई की और कूड़े का उठान किया।