Integrated Manufacturing Cluster: आगरा में तीन कंसलटेंट विकसित करेंगे इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर, इंडस्ट्री को मिलेगा लाभ
आगरा कानपुर हाईवे पर एत्मादपुर के पास रहनकलां और कुबेरपुर में चिन्हित की गई एक हजार एकड़ जमीन डीएम ने की समीक्षा। यमुना एक्सप्रेस वे लखनऊ एक्सप्रेस वे और अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रियल कारिडोर के समीप बनेगा क्लस्टर। होंगी सभी सुविधाएं।
आगरा, जागरण संवाददाता। इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर की सभी बाधाएं दूर हो गई हैं। नेशनल इंडस्ट्रियल कारिडोर डेवलपमेंट कारपोरेशन ने तीन कंसलटेंट को यह जिम्मेदारी दी है। यह कंसलटेंट क्लस्टर को विकसित करेंगे। मंगलवार दोपहर डीएम कैंप कार्यालय में पहली बार बैठक हुई। डीएम प्रभु एन सिंह ने इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर के प्रगति की समीक्षा की। रहनकलां और कुबेरपुर में एक हजार एकड़ जमीन पर यह क्लस्टर विकसित होगा। पूर्व में यह जमीन थीम पार्क के लिए ली गई थी। अब इस जमीन पर क्लस्टर बनेगा। यह जमीन यमुना एक्सप्रेस वे, लखनऊ एक्सप्रेस वे और अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रियल कारिडोर के समीप है। डीएम ने बताया कि इगिस इंटरनेशनल एसए फ्रांस, इगिस इंडिया कंसलटिंग इंजीनियर्स प्रा. लि. गुरुग्राम, सीबीआरई साउथ एशिया प्रा. लि. गुरुग्राम को कंसलटेंट की नियुक्त की गई है। बैठक में स्टेकहोल्डर्स ने बेहतर तरीके से कार्य को पूरा करने के लिए कहा गया। इस दौरान एडीए उपाध्यक्ष डा. राजेंद्र पैंसिया, विशेष कार्याधिकारी गरिमा सिंह, विशेष सचिव यूपीसीडा नेहा जैन, हेमचंद्र, विश्वनाथ शर्मा सहित अन्य मौजूद रहे।
यह होगा फायदा : इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर में फैक्ट्री लगेंगी। इससे आसपास के लोगों को रोजगार मिलेगा जबकि तैयार सामान को रोड या फिर ट्रेन से आसानी से अन्य राज्यों में भेजा जा सकेगा।
ड्रोन से होगा जमीन का सर्वे : इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर की जमीन का जल्द ड्रोन से सर्वे होगा। साथ ही रोड का निर्माण होगा। बिजली और पानी की भी व्यवस्था की जाएगी। डीएम ने बताया कि क्लस्टर बनने से आसपास के क्षेत्र का तेजी से विकास होगा।