Taj Mahal: 365 में से 188 दिन बंदी में गुजर गए, ताजनगरी के लिए सूना सा गुजर रहा ये साल
188 दिन की ताजमहल की बंदी में ठप रहा पर्यटन उद्योग। ताजमहल खुलने के बाद भी पर्यटकों की संख्या बहुत कम। सरकार ने अगर इंटरनेशनल फ्लाइट और टूरिस्ट वीजा सर्विस की शुरुआत नहीं की तो उन्हें पूरा पर्यटन सीजन खराब होने की चिंता सता रही है।
आगरा, निर्लोष कुमार। वर्ष 2020 में आगरा का पर्यटन उद्योग कोरोना से जूझ रहा है। कोरोना काल में 188 दिनों की ताजमहल की बंदी ने पर्यटन उद्यमियों की कमर तोड़कर रख दी है। 21 सितंबर को ताजमहल खुलने के बाद भी सरकारी पाबंदियों के चलते इस वर्ष पर्यटन कारोबारियों को उबरने की आस नजर नहीं आ रही है। सरकार ने अगर इंटरनेशनल फ्लाइट और टूरिस्ट वीजा सर्विस की शुरुआत नहीं की तो उन्हें पूरा पर्यटन सीजन खराब होने की चिंता सता रही है।
वर्ष 2020 की शुरुआत ताजनगरी के पर्यटन कारोबार के लिए सही नहीं रही थी। वर्ष 2019 में ताजमहल देखने आने वाले पर्यटकों की संख्या में कमी आने का सिलसिला जनवरी में भी जारी रहा था। 24 फरवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की परिवार सहित ताजमहल की विजिट ने आगरा के पर्यटन कारोबारियों को बड़े ख्वाब दिखाए थे। उम्मीद जगी थी कि अमेरिकी राष्ट्रपति की ताजमहल की शानदार यात्रा से दुनियाभर में ताजमहल का जो प्रचार-प्रसार हुआ है, उससे यहां बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक आएंगे। मार्च के माह में कोरोना के वैश्विक महामारी बनने के साथ ही आगरा की उम्मीदों को झटका लगा। भारतीय और विदेशी पर्यटकों की संख्या घट गई। 17 मार्च से संस्कृति मंत्रालय ने कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते एहतियात बरतते हुए ताजमहल बंद कर दिया। 188 दिनों की बंदी के बाद ताजमहल पर्यटकों के लिए 21 सितंबर को खोला गया, लेकिन लंबी बंदी ने आगरा के पर्यटन कारोबार को पूरी तरह ठप कर दिया। सितंबर में ताजमहल खुला भी तो नौ दिन में 18524 भारतीय और 129 विदेशी पर्यटकों ने स्मारक निहारा।
वर्तमान में इंटरनेशनल फ्लाइट और टूरिस्ट वीजा सर्विस बंद हैं। इस स्थिति में विदेशी पर्यटक यहां नहीं आ सकते हैं। देश में कोरोना के बढ़ते मामले जरूर थमते नजर आ रहे हैं, लेकिन कुछ देशों में यह एक बार फिर बढ़ने लगे हैं। इसके चलते पर्यटन कारोबारियों को कोरोना काल में पर्यटन कारोबार के उबरने की उम्मीद भी नजर नहीं आ रही है। इंटरनेशनल फ्लाइट और टूरिस्ट वीजा सर्विस शुरू नहीं होने और वैक्सीन के इंतजार के चलते उन्हें ताजनगरी में अक्टूबर से मार्च तक चलने वाले पर्यटन सीजन के खराब होने की चिंता सता रही है।
वर्ष 2019 में भी कम रहे थे पर्यटक
आगरा में वर्ष 2019 में भी ताजमहल देखने आने वाले भारतीय और विदेशी पर्यटकों की संख्या में गिरावट देखने को मिली थीं। इसकी वजह देश में महिलाओं के प्रति अपराध बढ़ने पर ग्रेट ब्रिटेन व अमेरिका द्वारा एडवाइजरी जारी करना, लोकसभा चुनाव, जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद प्रदर्शन होना, नागरिकता संशोधन कानून, अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का फैसला आना रहा। देश के कई राज्यों में बाढ़ की वजह से भारतीय पर्यटन प्रभावित हुआ था।
ताजमहल पर पर्यटकों की स्थिति
विदेशी पर्यटक
माह, 2019, 2020
जनवरी, 95718, 83608
फरवरी, 111747, 88133
मार्च, 108373, 33375
सितंबर, 55456, 129
भारतीय पर्यटक
माह, 2019, 2020
जनवरी, 465176, 323670
फरवरी, 384153, 341127
मार्च, 492380, 176290
सितंबर, 371179, 18524
नोट: वर्ष 2020 में 17 मार्च से 20 सितंबर तक ताजमहल बंद रहा। वर्ष 2020 में मार्च के पर्यटकों के आंकड़े एक से 16 मार्च तक के और सितंबर के आंकड़े 21 सितंबर से 30 सितंबर के बीच के हैं।
पिछले कुछ वर्षों में ताजमहल पर आए पर्यटक
वर्ष, भारतीय, विदेशी
2015, 5842287, 639338
2016, 5547839, 666361
2017, 5604461, 857456
2018, 5978445, 908722
2019, 4945836, 849542
कारोबार की स्थिति
-आगरा में पर्यटन कारोबार करीब पांच हजार करोड़ रुपये वार्षिक का है।
-इस पर करीब पांच लाख लोग प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से आश्रित हैं।
-शहर में करीब 500 छोटे-बड़े होटल, 100 से अधिक पेइंग गेस्ट हाउस, 500 से अधिक रेस्टोरेंट हैं।
-कोरोना काल में तीन हजार करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान आगरा के पर्यटन कारोबार को हो चुका है।
-शहर में तीन विश्वदाय स्मारक हैं, जिनमें ताजमहल, आगरा किला और फतेहपुर सीकरी हैं।
हैंडीक्राफ्ट कारोबार को एक हजार करोड़ का नुकसान
आगरा में करीब ढाई हजार करोड़ रुपये का हैंडीक्राफ्ट कारोबार प्रतिवर्ष होता है। ताजमहल की बंदी ने हैंडीक्राफ्ट कारोबार को भी ठप कर दिया। हैंडीक्राफ्ट कारोबार पर आश्रित करीब 70 हजार लोगों को काम नहीं मिला। ताजमहल खुलने के बाद हैंडीक्राफ्ट की दुकानें जरूर खुली हैं, लेकिन बड़े हैंडीक्राफ्ट एंपोरियम अभी भी बंद हैं। विदेशी पर्यटकों के नहीं आने की वजह से संचालकों ने एंपाेरियम बंद कर रखे हैं। उन्हें अक्टूबर, 2021 के बाद ही कारोबार के उबरने की उम्मीद है।
वर्ष 2020 से पर्यटन कारोबारियों को बड़ी उम्मीदें थीं, लेकिन कोरोना वायरस के संक्रमण से यह आस टूट गई। इस स्थिति से आगरा का पर्यटन कारोबार विदेशी पर्यटकों के यहां आने पर ही उबर सकता है। इंटरनेशनल फ्लाइट व टूरिस्ट वीजा सर्विस की शुरुआत सरकार को करनी चाहिए, जिससे कि पर्यटक यहां आ सकें।
-राजीव सक्सेना, उपाध्यक्ष टूरिज्म गिल्ड ऑफ आगरा
सरकार को आगरा के पर्यटन स्थलाें के उचित प्रचार-प्रसार पर ध्यान देना होगा। वर्तमान परिस्थितियों में यहां विदेशी पर्यटकों के आने की कम उम्मीद है। भारतीय पर्यटकों को यहां आकर्षित करना होगा। इसके लिए सरकार टूर पैकेज बनाए और पर्यटकों को रियायतें दे। इससे यहां पर्यटक आएंगे और कुछ राहत मिल पाएगी।
-राकेश चौहान, अध्यक्ष होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन