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कभी चार दिन में ही आए थे नतीजे, इस बार सरकार के लिए 35 दिन तक होगा इंतजार

वर्ष 1962 में हुए तीसरे चुनाव में भी 42 दिन बाद तस्वीर साफ हुई थी। इस बार आगरा में 18 अप्रैल 2019 को मतदान हुआ है और मतगणना 23 मई को होगी।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Sun, 21 Apr 2019 12:49 PM (IST)Updated: Sun, 21 Apr 2019 12:49 PM (IST)
कभी चार दिन में ही आए थे नतीजे, इस बार सरकार के लिए 35 दिन तक होगा इंतजार
कभी चार दिन में ही आए थे नतीजे, इस बार सरकार के लिए 35 दिन तक होगा इंतजार

आगरा, जागरण संवाददाता। जिलावासियों को देश में लोकतंत्र के इतिहास में तीसरी बार लोकसभा चुनाव परिणामों के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। 1951-52 में चली सबसे लंबी चुनाव प्रक्रिया में आगरा वासियों का इंतजार केवल 19 दिन का था, जबकि इस बार 35 दिन का है। इसके पहले 1957 और 1962 में इससे लंबी अवधि के बाद चुनाव परिणाम सामने आए थे।

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देश में पहले लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया 25 अक्टूबर 1951 में आरंभ हुई थी। प्रथम लोकसभा चुनाव 68 चरणों में हुए थे और पांच माह से अधिक अंतराल में संपन्न हुए थे। चुनाव परिणामों की तस्वीर 15 अप्रैल को लोकसभा गठन के साथ साफ हुई थी। जिन क्षेत्रों में पहले चरण में मतदान हुआ था उन्हें लंबा इंतजार करना पड़ा था। चूंकि आगरा में मतदान 27 मार्च 1952 में हुए थे इसलिए इंतजार की अवधि केवल 19 दिन रही थी।

75 दिनों का लंबा इंतजार

ईवीएम का इस्तेमाल लोकसभा चुनावों में 2004 से आरंभ हुआ था। अब काउंटिंग आरंभ होने के कुछ ही घंटों में स्थिति स्पष्ट हो जाती है। इसके पहले मतगणना में लंबा समय लगता था। चुनाव परिणामों की तस्वीर लोकसभा के गठन से या प्रधानमंत्री की शपथ लेने के बाद ही स्पष्ट होती थी। समय अवधि का आकलन करते समय इसी तथ्य को ध्यान में रखा गया है। 1957 का लोकसभा चुनाव आधिकारिक रूप से राज्यों की सीमाएं तय होने और स्टेट रेगुलेशन एक्ट लागू होने के बाद हुआ था। दूसरे लोकसभा चुनावों की प्रक्रिया 24 फरवरी 1957 से आरंभ हुई थी। साढ़े तीन माह तक चले चुनाव में 11 मई को लोकसभा स्पीकर एमए अयंगर ने शपथ ली थी। हालांकि अभिलेखों में दूसरी लोकसभा का कार्यकाल 5 अप्रैल से माना जाता है। आगरा में चुनाव 25 फरवरी को हुआ था। उस लिहाज से देखा जाए तो 75 दिन बाद परिणामों की स्थिति स्पष्ट हुई थी। इसके बाद वर्ष 1962 में हुए तीसरे चुनाव में भी 42 दिन बाद तस्वीर साफ हुई थी। इस बार आगरा में 18 अप्रैल 2019 को मतदान हुआ है और मतगणना 23 मई को होगी। इस लिहाज से देखा जाए तो आगरा को इस बार 35 दिन लंबा इंतजार करना पड़ रहा है।

सात दिन का सबसे कम इंतजार

आगरा में वर्ष 1984 में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान 27 दिसंबर को हुआ था और परिणाम 31 दिसंबर को आ गया था।

प्रथम लोकसभा- 1952

चुनाव और परिणाम का अंतराल 19 दिन

दूसरी लोकसभा -1957

चुनाव और परिणाम का अंतराल 75 दिन

तीसरी लोकसभा - 1962

चुनाव और परिणाम का अंतराल 42 दिन

चौथी लोकसभा- 1967

चुनाव और परिणाम का अंतराल 17 दिन

पांचवीं लोकसभा- 1971

चुनाव और परिणाम का अंतराल 14 दिन

छठवीं लोकसभा 1977

चुनाव और परिणाम का अंतराल आठ दिन

सातवीं लोकसभा 1980

चुनाव और परिणाम का अंतराल 15 दिन

आठवीं लोकसभा 1984,

चुनाव और परिणाम का अंतराल सात दिन

नौवीं लोकसभा 1989

चुनाव और परिणाम का अंतराल 10 दिन

10वीं लोकसभा 1991

चुनाव और परिणाम का अंतराल 10 दिन

11वीं लोकसभा 1996

चुनाव और परिणाम का अंतराल आठ दिन

12वीं लोकसभा- 1998

चुनाव और परिणाम का अंतराल 15 दिन

13वीं लोकसभा- 1999

चुनाव और परिणाम का अंतराल आठ दिन

14वीं लोकसभा- 2004

चुनाव और परिणाम का अंतराल 16 दिन

15वीं लोकसभा- 2009

चुनाव और परिणाम का अंतराल 29 दिन

16वीं लोकसभा- 2014

चुनाव और परिणाम का अंतराल 29 दिन

17वीं लोकसभा- 2019

चुनाव और परिणाम का अंतराल 28 दिन 


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