घट रहे संक्रमित, बढ़ रही लापरवाही, पढ़ें आगरा के सरकारी कार्यालय का हाल
सरकारी कार्यालयों में बंद हुई थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाइजेशन। 30 नवंबर से 6 दिसंबर के बीच कुल 458 लोग कोरोना से संक्रमित हुए। जबकि 7 से 14 दिसंबर के बीच 261 लोग संक्रमित। लाकडाउन के बाद एक जून से जब कोरोना काल में सरकारी कार्यालय खुले तो तमाम नियम बनाए।
आगरा, जागरण संवाददाता। दिसंबर दूसरे सप्ताह में कोरोना संक्रमितों का ग्राफ तेजी से नीचे गिरा। नवंबर के आखिर और दिसंबर के पहले सप्ताह में जिस तेजी से संक्रमितों की संख्या बढ़ी थी, उसने शहरवासियों को चिंता बढ़ा दी थी। मगर, जैसे ही ग्राफ गिरने लगा, सिस्टम भी उतना ही लापरवाह होने लगा है। अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सरकारी कार्यालयों में थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाइजेशन की व्यवस्था चौपट हो गई है।
लाकडाउन के बाद एक जून से जब कोरोना काल में सरकारी कार्यालय खुले तो तमाम नियम बनाए गए। कार्यालयों में न सिर्फ शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए कर्मचारियों के बैठने की दूर-दूर व्यवस्था की गई बल्कि कार्यालयों में प्रवेश करने वाले हर कर्मचारी और बाहरी व्यक्तियों के लिए सैनिटाइजेशन और थर्मल स्क्रीनिंग जरूरी कर दिया गया। अब सारी व्यवस्थाएं ध्वस्त हैं। बता दें कि 30 नवंबर से 6 दिसंबर के बीच कुल 458 लोग कोरोना से संक्रमित हुए। जबकि 7 से 14 दिसंबर के बीच 261 लोग संक्रमित हुए।
स्थान: कलक्ट्रेट
समय: दोपहर लगभग 1.30 बजे
स्थिति: मुख्य प्रवेश द्वार से प्रवेश करने वालों की थर्मल स्क्रीनिंग के लिए न तो कोई कर्मचारी था और न ही सैनिटाइजेशन की कोई व्यवस्था थी। लोग बिना जांच के ही अंदर आ रहे थे। कुछ लोग मास्क जरूर लगाए हुए थे। कार्यालयों में भी कर्मचारी न तो शारीरिक दूरी का पालन कर रहे थे और न ही मास्क लगाए हुए थे।
स्थान: सदर तहसील
समय: दोपहर लगभग 2 बजे
स्थिति: मंगलवार को संपूर्ण समाधान दिवस होने के कारण यहां आने वाले फरियादियों की संख्या अधिक थी। तहसील परिसर में कहीं भी न तो थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था थी और न ही सैनिटाइजेशन की। बहुत से लोगों ने मास्क भी नहीं लगा रखा था। इन्हें न राेकने वाला था और न ही टोकने वाला।