Waste to Energy Plant: वेस्ट टू एनर्जी प्लांट की जांच के लिए आगरा आएगी टीम, कूड़े का होगा निस्तारण, भरपूर मिलेगी बिजली
175 करोड़ रुपए की लागत से आगरा में खत्ताघर कुबेरपुर में बनेगा प्लांट। 500 टन कूड़े से हर दिन बनेगी 10 मेगावाट बिजली। एक सप्ताह के अंदर जांच के लिए टीम के आने की उम्मीद। निजी क्षेत्र से स्पार्क ब्रेसन कंपनी के प्रतिनिधि आ रहे हैं यहां।
आगरा, जागरण संवाददाता। खत्ताघर कुबेरपुर में वेस्ट टू एनर्जी प्लांट की जांच के लिए सप्ताह भर के भीतर स्पार्क ब्रेसन की टीम आ रही है। कंपनी की टीम शहर में दो से तीन दिन रहेगी नगर निगम के अधिकारियों के साथ अहम बैठक होगी, जिसमें बिजली बनाने के अनुबंध को लेकर करार होगा।
सुप्रीम कोर्ट ने वेस्ट टू एनर्जी प्लांट को अनुमति दे दी है। कुबेरपुर में निजी कंपनी द्वारा 175 करोड़ रुपए की लागत से यह प्लांट लगाया जाएगा। इससे हर दिन न सिर्फ कूड़े का निस्तारण हो सकेगा बल्कि शहर को भरपूर बिजली मिलेगी। 500 टन कूड़े से हर दिन 10 मेगावाट बिजली तैयार होगी। इस प्लांट की कुल क्षमता 15 मेगावाट होगी। इसके लिए 850 टन कूड़े की जरूरत पड़ेगी। नगर आयुक्त निखिल टीकाराम ने बताया कि प्लांट के निर्माण में नगर निगम का एक भी पैसा खर्च नहीं होगा। शहर में कूड़ा मुख्य समस्या है। प्लांट लगने से कूड़े का निस्तारण वैज्ञानिक तरीके से हो सकेगा। वहीं कुबेरपुर में दो लाख टन से अधिक कूड़ा पड़ा हुआ है। इसका निस्तारण भी कराया जाएगा।
नगर निगम एक नजर में
- 100 वार्डों से हर दिन 750 टन कूड़ा निकलता है।
- 400 टन सूखा और 350 टन गीला कूड़ा होता है।
- गीले कूड़े से खाद तैयार की जा रही है। इसके लिए शहर में सात प्लांट लगे हैं।