Loot case Solved: चेहरे पर मास्क के बाद भी तीसरी आंख से नहीं बच सके आगरा में डाक्टर के घर डकैती डालने वाले
केके नगर में डाक्टर के घर लूटपाट करने वाले बदमाशों के सुराग को पुलिस ने खंगाले थे 200 सीसीटीवी कैमरे। सीसीटीवी कैमरों और छानबीन से बदमाशों तक पहुंची थी पुलिस। डाका डालने वाले सात बदमाशों को भेज चुकी है जेल।
आगरा, अली अब्बास। अपराधी कितना ही चालाक क्यों न हो। अपने पीछे कोई न कोई सुराग जरूर छोड़ जाता है। डाक्टर के घर डाका डालने वाले बदमाशों के साथ भी यही हुआ। खुद की पहचान छिपाने के लिए बदमाशों ने चेहरे पर मास्क लगा रखा था। इतना ही नहीं, भागने के रास्ते भी अलग-अलग चुने थे। इससे कि एक साथ इतने लोगों को जाता देखकर किसी को शक न हो। मगर, फुलप्रूफ योजना के बाद भी बदमाश सुराग छोड़़ गए। वह घर में लगा सीसीटीवी कैमरा तोड़कर उसकी डीवीआर भी ले गए। पुलिस ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद ली। डाक्टर के संपक में आए लोगों का रिकार्ड खंगाला और मुख्य साजिशकर्ता विपिन के बारे में पता चला। इसके बाद कड़ी से कड़ी जुड़ती चली गई।
सिकंदरा के केके नगर में 24 मई को डाक्टर रजनीकांत शर्मा के घर पर बदमाशों ने दिनदहाड़े धावा बोल दिया था। डाक्टर उनकी पत्नी कामिनी समेत परिवार के छह सदस्यों को बंधक बनाकर बदमाश सात लाख रुपये कैश, जेवरात, बाइक, मोबाइल व लैपटाप लूट ले गए थे। पुलिस ने 48 घंटे में घटना का पर्दाफाश करते हुए बदमाशों को गिरफ्तार करके गुरुवार को जेल भेज दिया। मुठभेड़ में मुख्य आराेपित विपिन गोली लगने से घायल हो गया।
कैमरों से ऐसे मिला सुराग
पुलिस ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले। इस दौरान उसे बाइक से जाते बदमाशों का सुराग मिला। यहीं से पुलिस को यह भी शक हुआ कि घटना में शामिल बदमाशों की संख्यास चार से ज्यादा हो सकती है।
मकान बिकने से मिला सुराग
पुलिस को दूसरा सुराग डाक्टर रजनीकांत शर्मा का मकान बेचने की छानबीन से मिला। डाक्टर के मकान का सौदा विपिन के पिता ने कराया था। पुलिस को पता चला कि विपिन वर्ष 2018 में बुजुर्ग व्यापारी की हत्या और लूट के आरोप में पूर्व में जेल जा चुका है। इसके बाद पुलिस ने विपिन को तलाशना शुरू किया तो वह पता चला कि वह घटना के बाद से फरार है। इससे उस पर शक और पुख्ता हो गया।