देह व्यापार के धंधे में जुड़ी उज्बेकिस्तान की लड़कियां बोलना सीख गई हैं हिंदी
विदेशी युवतियाें भीमा और योगेश के मोबाइल की काल डिटेल खंगाल रही पुलिस। रोशनी पर शिकंजा कसने के बाद भूमिगत हुए एजेंट फिर हुए सक्रिय। भीमा को पुलिस ने करीब एक वर्ष पहले गिरफ्तार किया था। उसके मोबाइल से कई सौ देशी-विदेशी युवतियों के फोटो मिले थे।
आगरा, जागरण संवाददाता। ताजनगरी में विदेशी युवतियों के एजेंट भीमा समेत अन्य ने एक वर्ष में ही अपना नेटवर्क दोबारा खड़ा कर लिया था। देह व्यापार की आरोपित सरगना रोशनी पर पुलिस का शिकंजा कसने के बाद जो एजेंट भूमिगत हो गए थे, वह दोबारा सक्रिय हो गए। पुलिस ने भीमा उसके साथी योगेश और दोनों विदेशी युवतियों के मोबाइल अपने कब्जे में कर लिए हैं। वह आगरा में सक्रिय रैकेट से जुड़े एजेंटों की जानकारी हासिल करने के लिए इन मोबाइल का डाटा खंगाल रही है।
ताजगंज के धांधूपुरा निवासी सुरेंद्र राजपूत उर्फ भीमा को पुलिस ने करीब एक वर्ष पहले गिरफ्तार किया था। उसके मोबाइल से कई सौ देशी-विदेशी युवतियों के फोटो मिले थे। इससे ताजनगरी में विदेशी युवतियों के रैकेट की जानकारी पुलिस को मिली थी। इसके बाद पुलिस ने उससे जुड़े लोगों को जानकारी जुटानी शुरू की। पिछले वर्ष ताजगंज के होटल में छापा मारकर विदेशी युवतियों को देह व्यापार में गिरफ्तार किया था। पुलिस ने देह व्यापार के आरोप में रोशनी और उसके साथी होटल मालिक को भी गिरफ्तार करके जेल भेजा था।
पुलिस की पूछताछ में भीमा ने बताया है कि वह उसने जमानत मिलने कुछ महीने बाद ही रैकेट से जुड़े लोगों से संपर्क करना शुरू कर दिया था। पुलिस कार्रवाई के डर से अधिकांश एजेंट भूमिगत हो थे। मगर, होटलों को खोलने की प्रक्रिया शुरू होते ही वह दोबारा सक्रिय हो गए। इधर, पुलिस भी दूसरे कामों व्यस्त हो गई थी। रैकेट से जुड़े एजेंट ने इसका लाभ उठाया। वहीं पुलिस गिरफ्तार दोनों विदेशी युवतियों के बारे में विस्तृत जानकारी जुटाने के लिए उनके मोबाइल की काल डिटेल खंगाल रही है। भीमा और योगेश के मोबाइल का डाटा भी चेक कर रही है। इसकी मदद से वह गिरोह तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।
विदेशी युवती की डायरी में है लेनदेन का रिकार्ड
पुलिस ने विदेशी युवतियों के कमरे से आपत्तिजनक चीजों के साथ दो डायरी भी बरामद की थी। बताया जाता है इस डायरी में युवतियों द्वारा होटल मालिकों से लेकर रैकेट के अन्य सदस्यों से किए गए लेनदेन लिखा हुआ है।
हिंदी बोलना और समझना सीख गई थीं उज्बेकिस्तान की युवतियां
गिरफ्तार की गई दोनों विदेशी युवतियां हिंदी बोलना और समझना सीख गई थीं। गिरफ्तार एक युवती ने बताया कि वह पहले भी कई बार भारत आ चुकी है। इस दौरान वह रैकेट के संपर्क में आई। देह व्यापार में अच्छी रकम मिलने के कारण यहां रुके हुए थे।
शादी की बात नहीं कर सकी साबित
पुलिस द्वारा गिरफ्तार एक युवती के पास से आधार कार्ड मिला था। इस पर पूर्वी दिल्ली का पता लिखा हुआ था। युवती से पूछताछ करने पर उसने बताया कि वह वर्ष 2016 में भारत आई थी। इसके बाद से यहीं पर है। युवती ने दावा किया कि उसने भारतीय नागरिक से शादी कर ली है। इसीलिए यहां का आधार कार्ड बनवाया। मगर, वह शादी के साक्ष्य पेश नहीं कर सकी।
धोखाधड़ी और विदेशी अधिनियम की लगाई है धारा
जिस युवती से पुलिस को फर्जी आधार कार्ड मिला है। उसके खिलाफ पुलिस ने धोखाधड़ी और कूट रचित दस्तावेज तैयार करने की धारा लगाई है। इसके अलावा 14 विदेशी अधिनियम की धारा भी लगाई है।