Move to Jagran APP

Online Class के चक्‍कर में छूटी बच्‍चों में लिखने की आदत, हैंडराइटिंग भी गई बिगड़

आनलाइन सीखने के चक्कर में छोडा़ लिखना। वैकल्पिक प्रश्नों के उत्तर से दिक्कत और हुई गंभीर। स्‍कूल खुलने पर करना होगा दिक्‍कत का सामना। टीचर्स और अभिभावक दोनों ही हैं परेशान। बदल चुकी है बच्‍चों की दिनचर्या भी।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Tue, 03 Aug 2021 11:03 AM (IST)Updated: Tue, 03 Aug 2021 11:03 AM (IST)
Online Class के चक्‍कर में छूटी बच्‍चों में लिखने की आदत, हैंडराइटिंग भी गई बिगड़
डेढ़ साल से चल रही आनलाइन पढ़ाई के चक्‍कर में बच्‍चों की लिखने की आदत छूट चुकी है।

आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण काल में स्कूल बंद होने से आनलाइन शिक्षण जहां वरदान बना, वहीं इसने विद्यार्थियों के लिए कई मुश्किलें भी खड़ी कर दी हैं। अब तक विद्यार्थी आंखों व सिर में दर्द, देखने की क्षमता कम होने जैसी शारीरिक परेशानियां ही झेल रहे थे। अब आनलाइन शिक्षण में कंप्यूटर और स्मार्ट फोन से पढ़ाई का असर लिखने की आदत और हैंडराइटिंग पर भी पड़ने लगा है।

loksabha election banner

यह असर सिर्फ बेसिक से लेकर माध्यमिक स्कूलों तक के विद्यार्थियों पर दिखाई दे रहा है। एमडी जैन इंटर कालेज के शिक्षक प्रशांत पाठक का कहना है कि आनलाइन कक्षाओं में पढ़ने वाले उनके कई विद्यार्थियों ने उनसे समस्या को साझा किया है कि लगातार आनलाइन पढ़ने का असर उनकी लिखने की गति व तरीके पर पड़ा है। गति सुस्त हो गई है और लिखावट भी पहले से खराब हो गई है।

छूटी लिखने की आदत

आरबीएस इंटर कालेज की हिंदी प्रवक्ता डा. अंजुल चौहान का कहना है कि विद्यार्थियों की शिकायत लगातार सामने आ रही है कि आनलाइन शिक्षण में वैकल्पिक प्रश्नों को ही प्रमुखता दी जा रही है, इससे उनकी लिखने की आदत छूट गई है और उनकी हैंडराइटिंग भी बिगड़ गई है।

राजकीय इंटर कालेज की अंग्रेजी सहायक शिक्षिका स्वामी प्यारी का कहना है कि आनलाइन शिक्षण में विद्यार्थियों को नोट्स पीडीएफ के माध्यम से साझा कर दिए जाते हैं, लेकिन आनलाइन उन्हें बोलकर लिखाना संभव नहीं, इस कारण विद्यार्थी भी लिखने से मन चुराते हैं, जिसके कारण उनकी लिखने की आदत छूटती जा रही है।

यह करें विद्यार्थी

जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य पुनीत वशिष्ठ की मानें, तो यह बदलाव स्वभाविक है। इससे घबराने की जगह विद्यार्थी अपनी आदत को थोड़ा बदलें। आनलाइन कक्षा में शिक्षक जो भी लेक्चर दें, उसे लिखने की आदत डालें, होमवर्क को गंभीरता से करें। लिख-लिखकर याद करेंगे, तो टापिक बेहतर तरीके से समझ आएगा।

करना होगा अब ये

- आनलाइन शिक्षण को पहले समझे और फिर लिखने पर दें अधिक ध्यान।

- होमवर्क चेक कराने के लिए महीने में एक बार शिक्षकों के पास अवश्य जाएं।

- विद्यार्थी अक्षर की बनावट दें विशेष ध्यान, तेज-तेज व जल्दबाजी में लिखने से बिगड़ेगी लिखावट।

शिक्षक दें ध्यान

- शिक्षक खुद स्वच्छ और सुंदर लिखने पर जोर दें, उन्हें देखकर विद्यार्थी भी प्रेरित होंगे।

- कठिन व लंबे शब्दों को स्पष्ट लिखें, कापी जांचते के समय गलतियों पर विशेष ध्यान दें।

- आनलाइन शिक्षण में भी जो भी पढ़ाएं, नोट्स के रूप में लिखने के लिए भी विद्यार्थियों को करें प्रेरित।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.