81 दिन से धरने पर बैठी महिला की मृत्यु, आगरा प्रशासन की कार्यशैली पर ग्रामीणों में जबरदस्त आक्रोश
आगरा के मलपुरा में नाला और सड़क निर्माण की मांग को लेकर चल रहा धरना। रास्ते में ही पंडाल बनाकर महिलाएं धरने पर बैठी हैं। विकास नगर निवासी 65 वर्षीय रानी भी यहां धरने पर बैठी थीं। धरना स्थल पर करीब दस महिलाएं रात में भी पंडाल में सोती थीं।
आगरा, जागरण संवाददाता। नाला निर्माण की मांग को लेकर मलपुरा में धरने पर बैठी वृद्धा की शनिवार रात को मौत हो गई। इसके बाद ग्रामीणों में आक्रोश है। 81 दिन से गांव में आरसीसी रोड और नाला निर्माण को लेकर धरना शुरू हुआ था। प्रशासन ने आरसीसी रोड का निर्माण तो शुरू करा दिया, लेकिन नाला निर्माण अभी शुरू नहीं हुआ है। इसकी मांग को लेकर अभी धरना चल रहा है।
मलपुरा के सिरौली मार्ग पर आरसीसी रोड और नाला निर्माण की मांग बहुत समय से चली आ रही थी। 13 अक्टूबर को यहां सावित्री देवी के नेतृत्व में महिलाएं और पुरुष धरने पर बैठ गए। रास्ते में ही पंडाल बनाकर महिलाएं धरने पर बैठी हैं। विकास नगर निवासी 65 वर्षीय रानी भी यहां धरने पर बैठी थीं। शनिवार रात 11 बजे धरना स्थल पर बने पंडाल में रानी देवी अन्य महिलाओं के साथ पंडाल में सोई थीं। सुबह छह बजे महिलाएं जाग गईं। मगर, रानी देवी नहीं उठीं। महिलाओं ने उन्हें आवाज लगाई, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। इसके बाद देखा तो उनकी सांसें बंद थीं। सावित्री देवी ने बताया कि प्रशासन की बेरुखी के कारण रानी देवी की जान गई है। 13 अक्टूबर से आरसीसी रोड और नाला निर्माण को लेकर धरना चल रहा है। प्रशासन ने बुधवार को आरसीसी रोड का निर्माण तो शुरू करा दिया, लेकिन नाला निर्माण अभी तक शुरू नहीं हुआ है। नाला निर्माण होने तक महिलाओं ने धरने पर बैठने का एलान किया था। इसी के तहत अभी तक धरना चल रहा है। धरना स्थल पर करीब दस महिलाएं रात में भी पंडाल में सोती थीं। आशंका है कि ठंड के कारण रानी देवी की जान चली गई। उनके पति का देहांत हो चुका है। बेटे के साथ वह रहती थीं। गांव के विकास के लिए वे भी धरने में शामिल हुई थीं। धरना स्थल पर महिला की मौत की खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। ग्रामीणों में आक्रोश है। पुलिस उन्हें समझाने का प्रयास कर रही है।