आगरा में पंचायत चुनाव लड़ने के दावेदार गए थे पुलिस चौकी सत्यापन कराने, दारोगा ने भेज दिया जेल
इरादतनगर की कुर्रा चित्तरपुर चौकी का मामला। पीड़ित ने एडीजी से की मामले की शिकायत। आरोप है कि दारोगा ने विरोधियों के साथ मिलकर चुनावी कार्रवाई की आड़ में दो निर्दोष लोगों को जेल भेजा है। एडीजी ने जांच के बाद कार्रवाई करने का दिया आश्वासन।
आगरा, जागरण संवाददाता। चुनाव से पहले अवैध असलाह और अवैध शराब पकड़ने का अभियान चल रहा है। ऐसे में पुलिस कार्रवाई के साइड इफैक्ट भी सामने आने लगे हैं। इरादत की कुर्रा चित्तर पुर पुलिस चौकी के प्रभारी पर दो निर्दोष लोगों को जेल भेजने का आरोप है। पीड़ित ने शिकायत की है कि उनका भाई चौकी में सत्यापन कराने गया था। दारोगा ने भाई से तमंचा और उसके साथी से शराब बरामद दिखाकर जेल भेज दिया। मामले में एडीजी राजीव कृष्ण तक शिकायत पहुंचने पर जांच शुरू हो गई है।
इरादतनगर थाना क्षेत्र के इनायतपुर गांव निवासी नरेंद्र कुमार ने एडीजी कार्यालय में प्रार्थना पत्र दिया। उन्होंने कुर्रा चित्तरपुर चौकी प्रभारी मनोज कुमार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि 25 मार्च को उनके साथ पुलिस चौकी पर गए भाई सरनाम और साथी धर्मवीर के खिलाफ फर्जी कार्रवाई की गई।नरेंद्र का आरोप है कि दारोगा मनोज कुमार ने उनके भाई सरनाम को तमंचे में और धर्मवीर को अवैध शराब के साथ पकड़ा जाना दिखाकर बंद कर दिया। सरनाम गांव से प्रधानी का चुनाव लड़ना चाह रहे थे। वह अपने चरित्र प्रमाण पत्र सत्यापन को चौकी पर गया था। उसके खिलाफ पूर्व में एक मुकदमा दर्ज हुआ था। इसमें अग्रिम जमानत पर है। नरेंद्र ने सरनाम और धर्मवीर से चौकी में मारपीट का भी आरोप लगाया। दारोगा ने विरोधियों के साथ मिलकर चुनावी कार्रवाई की आड़ में दो निर्दोष लोगों को जेल भेजा है। पीड़ित ने दारोगा के खिलाफ कार्रवाई और निर्दोष भाई व उसके साथी के खिलाफ लिखे गए फर्जी मुकदमे को खत्म करने की मांग की है। एडीजी राजीव कृष्ण ने जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया है।