Police Creche: थाने में गूंज रही बच्चों की हंसी-ठिठोली, आगरा का पुलिस क्रेच करा रहा Tension Free ड्यूटी
महिला थाने में बनाए गए क्रेच में एसपी स्तर के अधिकारी समेत 12 पुलिसकर्मियों के बच्चों के हो चुके हैं प्रवेश। सुबह 11 बजे से शाम पांच बजे तक क्रेच में मस्ती करते हैं बच्चे। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर महिला थाने में क्रेच का उदघाटन हुआ था।
आगरा, यशपाल चौहान। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर महिला थाने में क्रेच का उदघाटन हुआ था। महिला पुलिसकर्मियों के बच्चों के लिए बनाए गए इस क्रेच की उपयोगिता अब सिद्ध होने लगी है। अब इसमें बच्चों की हंसी-ठिठोली शुरू हो गई। क्रेच में तैनात महिला कांस्टेबल इन्हें खेल-खेल में पढ़ाती हैं। साथ ही दुलार भी करती हैं।
महिला थाने में पुलिस वेलफेयर के तहत क्रेच बनाया गया है। विशेष तरह की पेंटिंग से सुसज्जित हाल में बड़ी संख्या में खिलौने रखे गए हैं। इस क्रेच में एक साथ तीस बच्चों को रखने की क्षमता है। सात मार्च को एडीजी राजीव कृष्ण की पत्नी मीनाक्षी सिंह ने इसका उदघाटन किया। इसके बाद क्रेच में बच्चों के प्रवेश शुरू हो गए थे। महिला थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अलका ठाकुर ने बताया कि अब तक इसमें 12 बच्चों के प्रवेश हो चुके हैं। इनमें एक एसपी स्तर के अधिकारी की बच्ची भी शामिल है। अन्य महिला पुलिसकर्मियों के बच्चे हैं। ये सुबह 11 बजे ड्यूटी पर आने के समय बच्चों को क्रेच में छोड़ते हैं। इनकी देखरेख के लिए दो महिला पुलिसकर्मियों की सादा कपड़ों में ड्यूटी लगाई गई है। एक आया भी क्रेच नियुक्त की गई है।महिला पुलिसकर्मी क्रेच में रहने वाले बच्चों को खिलाने के साथ ही उन्हें पढ़ाते भी हैं। बच्चे दिनभर मस्ती करते रहते हैं और उनकी मम्मियां आराम से निश्चिंत होकर ड्यूटी करती हैं।
शुभी और पिहू, दोनों का लग गया मन
महिला थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अलका ठाकुर की पांच वर्षीय बेटी शुभी का क्रेच में प्रवेश हुआ है। वह रोज क्रेच में जाती है। दिनभर वहीं खेलने के साथ पढ़ाई भी करती है। शुभी को क्रेच में आने वाले सभी बच्चों के नाम, उम्र और मां के नाम पता हैं। महिला थाने में तैनात कांस्टेबल साधना की तीन वर्षीय बेटी पिहू का भी क्रेच में मन लग गया है। मां आराम से ड्यूटी करती हैं। पिहू क्रेच में अन्य बच्चों के साथ दिनभर खेलती अौर पढ़ती हैं।