Agra Metro Rail Project: 19 में स्मार्ट सिटी की दस योजनाएं पूरी, बाकी का कार्य चल रहा धीमे, जानिए आखिर क्यों
Agra Metro Rail Project वर्ष 2017 में नगर निगम आगरा का हुआ था चयन। एक हजार करोड़ रुपये से ताजगंज के नौ वार्डों को स्मार्ट तरीके से किया जा रहा है विकसित। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में 105 करोड़ रुपये से फतेहाबाद रोड का सुंदरीकण किया जा रहा है।
आगरा, अमित दीक्षित। चार साल पूर्व केंद्र सरकार ने नगर निगम आगरा को बड़ी सौगात दी थी। आगरा का चयन स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में हुआ था। यह प्रोजेक्ट पांच साल के लिए था। एक हजार करोड़ रुपये से ताजगंज के नौ वार्डों को स्मार्ट तरीके से विकसित करना था लेकिन अफसरों की लापरवाही के चलते 19 में दस योजनाएं पूरी हो चुकी हैं जबकि दो योजनाओं को ड्राप किया जा चुका है। हर माह दो से तीन बैठकें होने के बाद भी कार्य की गति धीमी है।
105 करोड़ से फतेहाबाद रोड का सुंदरीकरण
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में 105 करोड़ रुपये से फतेहाबाद रोड का सुंदरीकण किया जा रहा है। अवंतीबाई चौराहा से इनर रिंग रोड तक नाला और डक्ट का निर्माण किया जा रहा है। यह कार्य 80 फीसद पूरा हो चुका है।
एकीकृत कमांड एंड कंट्रोल सेंटर
283 करोड़ रुपये से नगर निगम परिसर में एकीकृत कमांड एंड कंट्रोल सेंटर बनाया गया है। इसके तहत 1217 सीसीटीवी कैमरे शहर भर में लगाए जाने हैं। अभी तक 1100 कैमरे लग चुके हैं। एक माह पूर्व पुलिस और नगर निगम द्वारा कैमरों का सत्यापन कराया गया था जिसमें 70 फीसद कैमरे खराब मिले थे। नगरायुक्त निखिल टीकाराम के आदेश भारत इलेक्ट्रानिक्स लि. पर पांच करोड़ रुपये का जुर्माना लगा था। कैमरे लगाने का कार्य दिसंबर 2021 तक पूरा होना है।
पैनिक बटन
एमजी रोड, यमुना किनारा रोड, फतेहाबाद रोड, माल रोड सहित अन्य प्रमुख रोड पर 43 पैनिक बटन लगने हैं। अभी तक 35 बटन लग चुके हैं। अधिकांश बटन खराब पड़े हुए हैं। इसकी कई बार शिकायतें हो चुकी हैं।
समूह गठित करना
आगरा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत डेढ़ दर्जन समूह गठित किए गए हैं। यह समूह महिलाओं को कबाड़ से जुगाड़ का तरीका सीखा रहे हैं।
नगर निगम इंटर कालेज का सुंदरीकरण
एक करोड़ रुपये से ताजगंज स्थित नगर निगम इंटर कालेज का सुंदरीकरण किया गया है। हालांकि सत्यापन में कई कमियां मिल चुकी हैं।
सीवर लाइन
ताजगंज क्षेत्र में 150 करोड़ रुपये से 60 किमी लंबी सीवर लाइन बिछनी है। यह कार्य दो साल पूर्व शुरू हुआ था। अगस्त 2021 तक कार्य पूरा होना था लेकिन धीमी गति से काम चलने के कारण अभी तक पूरा नहीं हुआ है। अब इसकी अंतिम तारीख मार्च 2022 तय की गई है।
चौबीस घंटे जलापूर्ति
ताजगंज क्षेत्र को चौबीस घंटे जलापूर्ति का प्रयास है। जीवनी मंडी वाटरवर्क्स से ताजगंज तक 1200 एमएम की पाइप लाइन बिछाई जा रही है। इस लाइन में सेंसर लगे हुए हैं। 143 करोड़ रुपये का यह प्रोजेक्ट दिसंबर 2020 तक खत्म होना था लेकिन कार्य धीमी गति से चलने के कारण अब यह प्रोजेक्ट मार्च 2022 तक पूरा होगा। वर्तमान में यमुना किनारा रोड पर पानी की लाइन बिछाई जा रही है।
हेरिटेज बिल्डिंग का जीर्णोद्धार
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत दरेसी सहित शहर के कई अन्य क्षेत्रों में सौ साल पुरानी हेरिटेज बिल्डिंग का जीर्णोद्धार किया गया है। यह कार्य एक करोड़ रुपये से हुआ है जो आठ माह पूर्व पूरा हो गया था।
हेरिटेक वाक
ताज पूर्वी के तीन दरवाजों ताज पूर्वी गेट, दक्षिण और पश्चिम गेट तक तीन किमी लंबा हेरिटेज वाक बनाया गया है। इससे पर्यटकों को पैदल चलने में आसानी रहेगी। इस पर तीन करोड़ रुपये खर्च हुए हैं।
इन योजनाओं पर लगा ब्रेक
स्ट्रीट वेंडिंग जोन
आगरा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत तीन करोड़ रुपये से स्ट्रीट वेंडिंग जोन का निर्माण होना था। इसके लिए फतेहाबाद रोड पर तीन स्थलों का चयन किया गया था। पहला स्थल होटल अमर के सामने, दूसरा बसई और तीसरा टीडीआइ के पास था। होटल अमर के सामने 70 फीसद जोन का निर्माण भी हो गया लेकिन रक्षा संपदा विभाग और हवाई वितरण अनुसंधान विकास एवं विकास संस्थापन ने जमीन को लेकर आपत्ति लग दी। जिसके चलते कार्य नहीं हो सका। दो साल से यह प्रोजेक्ट बंद है।
500 पेड़ों पर लाइटिंग
ताज पूर्वी गेट और पश्चिम गेट के 500 पेड़ों पर रात में लाइटिंग होनी थी। यह प्रोजेक्ट दो करोड़ रुपये का था। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण से अनुमति न मिलने के चलते प्रोजेक्ट को ड्राप कर दिया गया।
कार्य को तेजी से पूरा करने पर जोर
मेयर नवीन जैन का कहना है कि आगरा स्मार्ट सिटी के कार्यों को तेजी से पूरा करने के आदेश दिए गए हैं। हर माह इसकी बैठक भी की जा रही हैं।
लग रहा है जुर्माना
आगरा स्मार्ट सिटी प्रा. लि. के सीईओ निखिल टीकाराम का कहना है कि पानी और सीवर लाइन को बिछाने का कार्य धीमी गति से चल रहा है। जिस पर संंबंधित ठेकेदारों पर जुर्माना लगाया जा रहा है। जिसे निर्धारित अवधि के भीतर जमा कराने के लिए कहा गया है। अब तक छह करोड़ रुपये से अधिक का जुर्माना लग चुका है।