Poisonous Liquor: जहरीली शराब से आगरा में मचा था कोहराम, गई थी दस लोगों की जान
Poisonous Liquor एटा के गैंग ने की थी जहरीली शराब की सप्लाई। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जेल भेजे थे आरोपित। आगरा में वर्ष 2015 में जहरीली शराब ने कई परिवार तबाह कर दिए थे। 26 जून 2015 को शमसाबाद के गढ़ी खांडे़राव में मौतें हो गई थी।
आगरा, जागरण संवाददाता। फीरोजाबाद में जहरीली शराब पीने से तीन लाेगों की जान जा चुकी है। अब मौत का जाम सप्लाई करने वालों की तलाश की जा रही है। पांच वर्ष पहले आगरा में भी जहरीली शराब से कोहराम मच गया था। दो माह में जहरीली शराब ने दस लोगों की जान ले ली थी। इसकी सप्लाई करने वाला गैंग एटा का था। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपित जेल भेजे। गैंगस्टर की कार्रवाई भी की। मगर, अभी मिलावटी और नकली शराब की बिक्री बंद नहीं हुई है।
आगरा में वर्ष 2015 में जहरीली शराब ने कई परिवार तबाह कर दिए थे। 26 जून 2015 को शमसाबाद के गढ़ी खांडे़राव में जहरीली शराब पीने से 45 वर्षीय सरदार सिंह और 72 वर्षीय छोटेलाल की मौत हो गई। 30 जून 2015 को शमसाबाद के ही इशौली में खेमचंद, सुनील और कंचन की मौत हो गई। दोनों मामलों में चार आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। इनके खिलाफ सात अगस्त 2015 को पुलिस ने चार्जशीट कोर्ट में पेश कर दी। पांच जुलाई 2017 को खंदौली के गांव लालगढ़ी में जहरीली शराब से कन्हैंयालाल की मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने जहरीली शराब बेचने वाले आठ लोगों के को गिरफ्तार कर जेल भेजा। सात अक्टूबर 2015 को चार्जशीट लगाई। इसके बाद गैंगस्टर की कार्रवाई हुई। आठ जुलाई 2015 को खंदौली के ही बगलघूंसा गांव में जहरीली शराब पीने से ऊधम सिंह नगर निवासी दुर्योधन, सुरजीत, मुनेश और हरी की मौत हो गई। पुलिस की जांच में जहरीली शराब बेचने में चार लोगों के नाम सामने आए। एक आरोपित ने कोर्ट में समर्पण कर दिया। अन्य के खिलाफ बिना गिरफ्तारी के पुलिस ने 16 अक्टूबर 2015 को चार्जशीट लगा दी। इसके बाद गैंगस्टर की कार्रवाई भी कर दी। इन सभी मामलों में अभी तक कोर्ट में ट्रायल शुरू नहीं हुआ है। सभी आरोपित जमानत पर जेल से बाहर हैं।
एटा के बंटू यादव पर था जहरीली शराब सप्लाई का आरोप
पुलिस रिकार्ड के अनुसार खंदौली क्षेत्र में शराब की सप्लाई का नेटवर्क एटा के पिलुआ थाना क्षेत्र में दरिंगपुर निवासी बंटू यादव का था। भोजपुर निवासी अवनीश का नाम भी पुलिस की जांच में सामने आया था। उनको स्थानीय एजेंटों समेत पुलिस ने वर्ष 2015 में ही गिरफ्तार कर जेल भेजा था।