टीबी हारेगा देश जीतेगा अभियान दूसरे चरण का राज्यपाल करेंगी वर्चुअल उद्घाटन
टीबी मरीजों के साथ कोरोना की भी होगी स्क्रीनिंग। दो जनवरी को महामहिम राज्यपाल वर्चुअल माध्यम से करेंगी शुभारंभ। दूसरे चरण को एक्टिव केस फाइंडिंग के तौर पर दो जनवरी से 12 जनवरी तक चलाया जाएगा। इसके लिए आगरा में व्यापक पैमाने पर तैयारियां की गई हैं।
आगरा, जागरण संवाददाता। टीबी हारेगा-देश जीतेगा अभियान के दूसरे चरण का शुभारंभ दो जनवरी को राज्यपाल आनंदी बेन पटेल वर्चुअल माध्यम से करेंगी। अभियान की दूसरे चरण को एक्टिव केस फाइंडिंग के तौर पर दो जनवरी से 12 जनवरी तक चलाया जाएगा। इसके लिए आगरा में व्यापक पैमाने पर तैयारियां की गई हैं।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आरसी पांडेय ने बताया कि टीबी हारेगा, देश जीतेगा अभियान के दूसरे चरण तैयारी पूरी कर ली गई है। इसके लिए 17 क्षेत्राधिकारी नामित किए गए हैं। यह सभी अपने अपने क्षेत्रों में एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान चलाएंगे। इसके तहत शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में मलिन बस्तियों व हाई रिस्क जनसंख्या में 20% जनता पर एसीएफ कार्यक्रम संचालित किया जाएगा।
पहले चरण में तीन टीबी के मरीज मिले
मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि अभियान के पहले चरण में एक्टिव फाइंड फाइंडिंग की गई। इसमें तीन लोगों में टीबी का संक्रमण मिला। उनका इलाज किया जा रहा है। जिला क्षय रोग अधिकारी डा. यूबी सिंह ने बताया कि प्रथम चरण में 26 से 31 दिसंबर जनवरी तक जिले के अनाथालय, वृद्धाश्रम, नारी निकेतन, बाल संरक्षण गृह, मदरसा, नवोदय विद्यालय, कारागार में 42 लोगों की टीम ने लक्षित 43986 की आबादी में 7151 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। इसमें से 779 संभावित टीबी रोगियों की जांच की गई। इसमें से तीन लोगों में टीबी का संक्रमण मिला। जिला पीपीएम समन्वयक कमल सिंह ने बताया कि अभियान के दौरान 3465 संभावित मरीजों की कोविड जांच की गई। इसमें एक मरीज की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। अभियान के पहले चरण के दौरान एक प्रशिक्षण कार्यक्रम भी कराया गया। इसमें प्राइवेट क्षेत्र और सहयोगी एनजीओ के स्टाफ इत्यादि को क्षय रोगियों का डाटा निक्षय पोर्टल पर डालने के बारे में प्रशिक्षित किया गया।
डीटीओ ने बताया कि अभियान में टीबी के साथ-साथ कोरोना की भी स्क्रीनिंग की जाएगी। कोई संभावित मिलता है तो उसकी कोरोना की जांच की जाएगी। 02 जनवरी से 12 जनवरी तक जनपद के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों की मलिन एवं उच्च जोखिम वाली आबादी में क्षय रोगियों की खोज की जाएगी । इसके साथ ही एचआईवी एवं डायबिटीज के रोगियों की भी जांच की जाएगी। यह कार्यक्रम जिले की कुल 20 प्रतिशत जनसंख्या पर संचालित किया जाएगा। 13 जनवरी से 25 जनवरी तक जनपद के समस्त पंजीकृत निजी चिकित्सक मेडिकल स्टोर से सम्पर्क स्थापित कर उन्हेंं क्षय रोगियों के नोटिफिकेशन करने के निर्देश दिए जाएंगे। जिला पीपीएम समन्वयक कमल सिंह ने बताया कि अभियान का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों तक क्षय रोग की उपलब्ध सुविधाओं को पहुंचाना है। यदि किसी व्यक्ति को दो हफ्तों से ज्यादा की खांसी, खांसते समय खून का आना, सीने में दर्द, बुखार, वजन का कम होने की शिकायत हो तो वह तत्काल अपने बलगम की जांच कराएं। जनपद में क्षय रोगियों की जॉच एवं उपचार पूर्णतया निशुल्क है। निक्षय पोषण योजना के अन्तर्गत क्षय रोगियों को उनके उपचार के दौरान 500 रूपये प्रतिमाह की धनराशि भी दी जाती है।