Taj Mahal Unlock: पढ़ें क्या हैं वो नियम जिनके साथ कर सकेंगे मोहब्बत के मकबरे का दीदार
Taj Mahal Unlock एसओपी में तय किए गए हैं नियम। स्मारकों में प्रवेश केवल ई-टिकट से मिलेगा। पार्किंग समेत सभी भुगतान डिजिटल पेमेंट से करने होंगे।
आगरा, जागरण संवाददाता। 17 मार्च को बढ़ते कोरोना वायरस के कहर के कारण बंद हुए ताजमहल सहित अन्य स्मारकों के खोले जाने की घोषणा हो चुकी है। 6 जुलाई से एतिहासिक स्मारकों के आंगन गुलजार होंगे। जो स्मारक विशेषकर ताजमहल प्रतिदिन कई हजार पर्यटकों का स्वागत बाहें पसार कर करता था वो उसमें अब रोजाना सिर्फ पांच हजार पर्यटक ही प्रवेश कर सकेंगे। यह सारी कवायद संक्रमण की चैन ब्रेक करने के लिए ही है।
ताजमहल सहित अन्य स्मारकों के लिए कुछ िनियम बनाए गए हैं। जिन्हें मानना अब आनिवार्य होगा।
एसओपी में यह तय किए गए हैं नियम
-पर्यटकों के लिए वही स्मारक खुलेंगे जो कि कंटेनमेंट जोन में नहीं होंगे।
-स्मारकों में गृह मंत्रालय और स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के साथ राज्य व जिला प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करना होगा।
-स्मारकों में प्रवेश केवल ई-टिकट से मिलेगा। पार्किंग समेत सभी भुगतान डिजिटल पेमेंट से करने होंगे।
-पर्यटकों को शारीरिक दूरी के नियम का पालन करना होगा। उनके लिए मास्क और फेस कवर लगाना अनिवार्य होगा।
-पर्यटकों को स्मारकों में प्रवेश देने से पूर्व थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी। बिना लक्षण वाले पर्यटक ही प्रवेश पा सकेंगे।
-स्मारकों में प्रवेश, निकास और परिसर में भ्रमण को निर्धारित रूट बनाया जाएगा। यह रूट वनवे होगा।
-एएसआइ किसी भी स्मारक के अांतरिक भाग में प्रवेश रोक सकेगा।
-पर्यटकों को स्मारक में निर्धारित समय सीमा का पालन करना हाेगा। कर्मचारी सुनिश्चित करेंगे कि स्मारक में कहीं भीड़ एकत्र नहीं हो।
-स्मारक में ग्रुप फोटोग्राफी अनुमन्य नहीं होगी।
-अग्रिम आदेश तक स्मारक में साउंड एंड लाइट शो नहीं होंगे।
-वैध लाइसेंस धारक गाइड और फोटोग्राफर स्मारकों में काम कर सकेंगे।
-स्मारक में खाने का सामान नहीं ले जाया जा सकेगा।
भीड़ प्रबंधन को तय की पर्यटकों की संख्या
स्मारकों में भीड़ प्रबंधन को एएसआइ द्वारा पर्यटकों की संख्या तय कर दी गई है। सुबह व दोपहर की पालियों में पर्यटकों को बांटा गया है। ताजमहल में दो पालियों के लिए पर्यटकों की संख्या 2500-2500 तय की गई है। इसी तरह आगरा किला के लिए पहली पाली में 1200 और दूसरी पाली में 1300 और फतेहपुर सीकरी में यह संख्या 1000-1000 तय की गई है। टिकट वाले अन्य स्मारकों में यह संख्या 1000-1000 रहेगी।