Weekend Tourism: शनिवार और रविवार को भी खुले ताजमहल और अन्य सभी स्मारक
साप्ताहिक बंदी लागू होने से सप्ताह में पांच दिन ही खुल रहे हैं स्मारक। ताजमहल चार दिन ही खुल रहा वीकेंड में अधिक आते हैं पर्यटक। साप्ताहिक बंदी के चलते स्मारक बंद होने से नहीं आ रहे हैं पर्यटक। खाली पड़े रहते हैं तीन दिन होटल व रेस्टोरेंट।
आगरा, जागरण संवाददाता। उप्र में शनिवार व रविवार को लागू साप्ताहिक बंदी पर्यटन कारोबार पर भारी पड़ रही है। स्मारक सप्ताह में पांच दिन और ताजमहल केवल चार दिन ही खुल पा रहा है। इससे वीकेंड टूरिज्म पूरी तरह ठप पड़ा हुआ है। कोरोना वायरस का संक्रमण कम होने पर पर्यटन कारोबारी शनिवार व रविवार को भी स्मारक खोलने की मांग कर रहे हैं।
कोरोना वायरस के संक्रमण की दूसरी लहर में सभी स्मारक 16 अप्रैल से 15 जून तक बंद रहे थे। 16 जून को स्मारक खोले गए। उप्र में इन दिनों साप्ताहिक बंदी लागू होने से स्मारक सोमवार से शुक्रवार तक खुल रहे हैं। वहीं, ताजमहल सोमवार से गुरुवार तक ही खुल रहा है। ताजमहल शुक्रवार को बंद रहता है और शनिवार व रविवार की साप्ताहिक बंदी है। साप्ताहिक बंदी के चलते वीकेंड में पर्यटक यहां नहीं आ रहे हैं। इससे हाेटल, रेस्टोरेंट आदि स्मारक खुलने के बावजूद संकट से जूझ रहे हैं। कोरोना वायरस का संक्रमण कम हो रहा है और सरकार धीरे-धीरे पाबंदियां हटा रही है। ऐसे में पर्यटन कारोबारी भी स्मारकों को शनिवार व रविवार को खोलने की मांग कर रहे हैं, जिससे कि कुछ काम मिल सके।
मार्च, 2020 से चल रहा संकट का दौर
पर्यटन कारोबार में संकट का दौर मार्च, 2020 से चल रहा है। 17 मार्च से 20 सितंबर, 2020 तक ताजमहल बंद रहा था। इसके बाद स्मारक खुले जरूर थे, लेकिन पर्यटकों की संख्या पर कैपिंग और इंटरनेशनल फ्लाइट व टूरिस्ट वीजा सर्विस पर रोक के चलते संकट का दौर निरंतर जारी है।
सरकार वीकेंड में स्मारक खोले
होटल एंड रेस्टोरेंट आनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश वाधवा का कहना है कि स्मारकों को अब शनिवार व रविवार को खोलने पर सरकार को विचार करना चाहिए। वीकेंड में अधिक पर्यटक यहां आते हैं। जब तक स्मारक बंद रहेंगे, वीकेंड टूरिज्म की शुरुआत नहीं हो सकेगी।
स्मारकों के अतिरिक्त कोई आकर्षण नहीं
होटल संचालक राजेश कालिया कहते हैं कि वीकेंड में जब तक स्मारक नहीं खुलेंगे, तब तक आगरा के पर्यटन कारोबार को काम नहीं मिलेगा। यहां स्मारकों के अलावा पर्यटकों के लिए कोई अन्य आकर्षण सरकार आज तक विकसित नहीं कर सकी है।