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स्वाइन फ्लू की दस्तक, बालिका के परिजनों की स्क्रीनिंग

एसएन में जांच में 10 साल की बालिका में हुई पुष्टि मथुरा की 15 साल की संदिग्ध बालिका की जांच

By JagranEdited By: Published: Thu, 29 Aug 2019 07:00 AM (IST)Updated: Fri, 30 Aug 2019 06:24 AM (IST)
स्वाइन फ्लू की दस्तक, बालिका के परिजनों की स्क्रीनिंग
स्वाइन फ्लू की दस्तक, बालिका के परिजनों की स्क्रीनिंग

आगरा, जागरण संवाददाता। ताजनगरी में साल में दूसरी बार स्वाइन फ्लू ने दस्तक दी है। निजी लैब की जांच में एच1एन1 पॉजिटिव (स्वाइन फ्लू) आने के बाद बुधवार को एसएन के माइक्रोबायोलॉजी लैब में 10 साल की बालिका के सैंपल की जांच की गई। इसमें स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बालिका के परिजनों की स्क्रीनिंग की, उनमें स्वाइन फ्लू के लक्षण नहीं मिले हैं।

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मोती कटरा कारोबारी की 10 साल की बच्ची को तेज बुखार आने पर शनिवार को निजी लैब में जांच कराई। इसमें स्वाइन फ्लू पॉजिटिव आया लेकिन एसएन में उन्हें दवा नहीं दी। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की टीम कारोबारी के घर पहुंची। परिजनों की स्क्रीनिंग करने के बाद बालिका को एसएन इमरजेंसी लेकर आए। यहां उसके सैंपल लिए गए। जांच में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। बालिका की तबीयत में सुधार होने पर उसे भर्ती नहीं किया गया।

उधर, मथुरा निवासी 15 साल की बालिका को तेज बुखार आने और सांस लेने में तकलीफ होने पर स्वाइन फ्लू की जांच कराई गई। बालिका में स्वाइन फ्लू निगेटिव आया है। लौटाए जा रहे मरीज, 20 आरक्षित

एसएन में डेंगू और स्वाइन फ्लू के मरीजों के लिए 20 बेड आरक्षित हैं। मगर, ओपीडी में आने वाले मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है, इन्हें लौटा दिया जाता है। बालिका के परिजनों को भी टेमी फ्लू नहीं दी गई। फरवरी से मार्च तक 209 मरीजों में पुष्टि

फरवरी से मार्च तक 209 मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हो चुकी है। वहीं, 758 संदिग्ध मरीजों के सैंपल की जांच की गई है। ऐसे फैलता है संक्रमण

एच1एन1 वायरस स्वाइन फ्लू संक्रमित व्यक्ति के मुंह और नाक से निकलने वाले ड्रॉपलेट से स्वस्थ लोगों में फैलता है। बच्चे और बुजुर्गो की इम्युनिटी प्रतिरोधक क्षमता अच्छी नहीं होती है। उनमें बीमारी फैलने का खतरा रहता है। इससे बचने के लिए बच्चों को भीड़भाड़ वाले इलाकों में ना भेजे। ये हैं स्वाइन फ्लू के लक्षण

ए - मामूली खांसी-जुकाम बुखार

बी 1 -- तेज बुखार, सर्दी जुकाम

बी 2 - खांसी जुकाम और तेज बुखार

सी - सांस लेने में तकलीफ, तेज बुखार, लिवर में समस्या सहित अन्य अंग ठीक से काम नहीं करते। मोती कटरा निवासी बालिका में स्वाइन फ्लू पॉजिटिव आया है, तबीयत में सुधार होने पर उसे भर्ती नहीं किया गया। डेंगू और स्वाइन फ्लू के लिए 20 बेड आरक्षित हैं। मथुरा की बालिका में स्वाइन फ्लू निगेटिव है।

डॉ. जीके अनेजा, प्राचार्य एसएन मेडिकल कॉलेज


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