आगरा में सफाई कर्मचारी को मारते- मारते किया बेहोश, प्रभावित हो सकती है शहर की सफाई व्यवस्था
गुस्सायें सफाई कर्मचारियों ने मन्टोला थाने पर दी तहरीर। कर्मचारी महासंघ ने चेतावनी दी। मुकदमा दर्ज कर आरोपितों की गिरफ्तारी 72 घंटे में नहीं हुई तो पूरे शहर की सफाई व्यवस्था हो जाएगी ठप। पहले क्षेत्र फिर जोन इसके बाद दिखेगा शहरभर में असर।
आगरा, जागरण संवाददाता। मंगलवार को नगर निगम के सफाई कर्मचारी के साथ बुरी तरह मारपीट कर दी गइ। जरा सी बात पर शुरू हुइ मारपीट इतनी बढ़ गइ कि सफाईकर्मी बेहोश हो गए। साथियों को जब जानकारी हुइ तो मंटोला थाने में तहरीर देने के साथ रोष भी जताया।
मामले के अनुसार नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग के वार्ड रकाबगंज में अपने प्रतिदिन की भांति नगर निगम का स्थाई सफाई कर्मचारी हुकुम सिंह वाल्मीकि थाना मन्टोला के समीप मानव पुल पर अपना सरकारी सफाई कार्य कर हथठेले में कूड़ा कचरा भरकर डलावघर ले जा रहा था। तभी मुंडा पाढ़ा निवासी फरहान पुत्र इकबाल उर्फ़ भालो गोश्त वाले ने पीछे से अपनी एक्टिवा से टक्कर मार दी। टक्कर लगने से सफाई कर्मचारी के हाथ से हथठेला छूट गया तो सफाई कर्मचारी के विरोध करने पर फरहान और उसके साथ अज्ञात लोगों ने जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हु मारपीट करने लगे। उसे तब तक मारते रहे जब तक सफाई कर्मचारी बेहोश नहीं हुआ। मौके पर साथी सफाई कर्मचारी अनूप तथा मोहन लाल ने आकर हुकुम सिंह वाल्मीकि को बचाया।
इस घटना की जानकारी वार्ड के सफाई नायक बोबी नरवार को हुई तो मौके पर पहुंच कर उन्होने छत्ता ज़ोन के जेएसओ इंद्रजीत सिंह एवं उत्तर प्रदेश स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष विनोद इलाहाबादी को दूरभाष पर सूचना दी। सूचना पाकर विनोद इलाहाबादी अपने महासंघ के पदाधिकारियों को लेकर थाना मन्टोला पर पीड़ित कर्मचारी का हाल जाना। उसके बाद थाना प्रभारी मन्टोला राकेश कुमार को तेहरीर देकर पूरी घटना से अवगत कराया। जिसपर थाना प्रभारी ने चौकी इंचार्ज को हमलावरों की गिरफ्तारी को भेजा। विनोद इलाहाबादी ने बताया कि एक तो सफाई कर्मचारी आपकी त्यागी हुई गंदगी कचरा आदि साफ करे और उसके बाद वो पीटाई खाये। ये बर्दाश्त नहीं होगा। कर्मचारी महासंघ ने चेतावनी दी है कि अगर मुकदमा दर्ज कर आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो पहले दिन क्षेत्र की सफाई व्यवस्था ठप कर दी जाएगी। उसके बाद जोन की और अगर 72 घंटे में भी गिरफ्तारी नहीं हुई तो पूरे शहर की सफाई व्यवस्था ठप कर आन्दोलन करने के लिए बाध्य होगा। जिसकी समस्त जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी।