Mulayam Singh Yadav Birthday: ऐसा रहा आगरा से मुलायम सिंह का जुड़ाव, तबियत खराब होने पर की थी कार्यकर्ता की मदद
आगरा आने के दौरान बड़े नेताओं के यहां जाने की बजाय मुलायम सिंह यादव अक्सर छोटे कार्यकर्ताओं के जाना पसंद करते हैं। न्यू आगरा क्षेत्र निवासी अख्तर हुसैन रिजवी इनमें से एक थे। रिजवी से उनका काफी लगाव था।
आगरा, राजीव शर्मा। समाजवादी पार्टी के संस्थापक व संरक्षक, पूर्व रक्षामंत्री व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का आज जन्मदिन है। सपाई जगह-जगह जश्न मना रहे हैं। उनके विचारों पर प्रकाश डाल रहे हैं। मुलायम सिंह की आगरा से जुड़ी तमाम कहानियां हैं। उनका न सिर्फ इस शहर से विशेष लगाव रहा है बल्कि यहां के कार्यकर्ताओं के भी काफी नजदीक रहे हैं।
पुराने दिनों को याद करते हुए वरिष्ठ सपा नेता मदन गर्ग बताते हैं कि मुलायम सिंह यादव का अपने कार्यकर्ताओं से काफी जुड़ाव रहा है। आगरा आने के दौरान बड़े नेताओं के यहां जाने की बजाय वह अक्सर छोटे कार्यकर्ताओं के जाना पसंद करते हैं। न्यू आगरा क्षेत्र निवासी अख्तर हुसैन रिजवी इनमें से एक थे। रिजवी से उनका काफी लगाव था। आर्थिक रूप से कमजोर रिजवी जब काफी बीमार थे तो मुलायम सिंह यादव ने उनकी काफी आर्थिक मदद भी की। वह लगातार उनका हालचाल लेते रहते थे। महानगर अध्यक्ष चौधरी वाजिद निसार कहते हैं, आगरा से उनके लगाव का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन के लिए उन्होंने आगरा को ही चुना। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामजीलाल सुमन कहते हैं, मुलायम सिंह यादव अपनी सादगी के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने हमेशा धरातल पर रहकर राजनीति की है। इसलिए वह अपने कार्यकर्ताओं से सीधे जुड़े रहते थे। यदि किसी कार्यकर्ता से 10-15 साल भी मिलते थे, तो वह उसे उसके नाम से ही पुकारते थे।
मुलायम सिंह यादव के जन्मदिन पर आगरा में जगह-जगह कार्यक्रम आयेाजित किए जा रहे हैं। जिलाध्यक्ष मधुसूदन शर्मा ने बताया कि सभी जगहों पर विभिन्न कार्यक्रमों के साथ ही गोष्ठियां आयेाजित की जा रही हैं। इनमें नेताजी के संघर्ष और समाजवादी विचारधारा पर चर्चा की जा रही है। कार्यकर्ताओं को बताया जाएगा कि कितने संघर्ष के बाद उन्होंने पार्टी को इस मुकाम तक पहुंचाया। मुलायम सिंह यादव का जन्म इटावा के गांव सैफई में 22 नवंबर 1939 को हुआ था। राजनीति में आने से पूर्व मुलायम सिंह यादव आगरा विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर और बीटीसी करने के उपरांत इंटर कालेज में प्रवक्ता नियुक्त हुए और सक्रिय राजनीति में रहते हुए नौकरी से त्यागपत्र दे दिया।
तीन बार रहे मुख्यमंत्री
- 5 दिसंबर 1988 से 24 जून 1991 तक।
- 5 दिसंबर 1993 से 3 जून 1995।
- 29 अगस्त 2003 से 13 मई 2007।
रक्षामंत्री
- 1 जून 1996 से 19 मार्च 1998 तक।