Dispute in DEI: गृहमंत्री और हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे डीईआई के स्टूडेंट, बवाल की ये है वजह
Dispute in DEI बुधवार को डीईआई ने विद्यार्थियों को मेल किया पत्र। मेरिट के आधार पर एमबीए में आवंटन की कही बात। विद्यार्थी पत्र से नहीं हैं संतुष्ट कहा- मेरिट नहीं की स्पष्ट। डीईआई ने एक पत्र जारी कर विद्यार्थियों से आनलाइन क्लास अटैंड करने को कहा है।
आगरा, जागरण संवाददाता। दयालबाग शिक्षण संस्थान(डीईआई) में एमबीए प्रवेश मामले में विद्यार्थी अब गृह मंत्री और हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की योजना बना रहे हैं। हालांकि डीईआई ने बुधवार को एक पत्र जारी कर विद्यार्थियों से आनलाइन क्लास अटैंड करने को कहा है, लेकिन विद्यार्थी इस पत्र से संतुष्ट नहीं हैं।
डीईआई ने बुधवार को विद्यार्थियों को एक पत्र मेल किया है, जिसमें लिखा गया है कि इस मसले पर संस्थान प्रशासन ने विद्यार्थियों के हित में फैसला लिया है। कोरोना के कारण आनलाइन क्लासेज चल रही हैं, एेसे में एमबीए पाठ्यक्रम में सभी प्रकार की सीटों की तय सीमा को सरकारी एजेंसी के उपयुक्त अनुमोदन के अधीन एक समय के लिए अपवाद के रूप में हटाया जा सकता है। विद्यार्थियों को एमबीए पाठ्यक्रम के किसी भी एक विषय में मेरिट के आधार पर आवंटित किया जाएगा। इसके लिए कुछ शर्तें भी रखी गई हैं। आनलाइन क्लास में विद्यार्थी को यूनीफॉर्म और मास्क में बैठना होगा। उपसि्थति अनिवार्य है, एक हफ्ते की अनुपसि्थति को अनुशासनहीनता माना जाएगा।संस्थान के नियमों का पालन हर विद्यार्थी को करना होगा।
इस पत्र से एमए सोशल साइंस में आवंटित हुए विद्यार्थी संतुष्ट नहीं है।उनका कहना है कि इस पत्र में भी मेरिट स्पष्ट नहीं की गई है। इसलिए अभी भी यह तय नहीं है कि हमें एमबीए में आवंटन मिलेगा या नहीं। हम जिलाधिकारी और उच्च शिक्षाधिकारी के निर्देशों का इंतजार कर रहे हैं, अगर उनकी तरफ से हमें मदद नहीं मिली तो हम गृह मंत्री और हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने की योजना बना रहे हैं।