किसान का गेहूं लौटाया तो कड़ी कार्रवाई होगी
राज्यमंत्री चौधरी उदयभान सिंह ने अछनेरा के गेहूं खरीद केंद्र का किया निरीक्षण
जागरण टीम, आगरा। राज्यमंत्री चौधरी उदयभान सिंह ने शुक्रवार को अछनेरा मंडी समिति स्थित गेहूं खरीद केंद्र का निरीक्षण किया। उन्होंने एसडीएम विनोद जोशी, तहसीलदार कृष्ण मुरारी दीक्षित समेत आरएफसी और पीसीएफ के अधिकारियों को तलब कर गेहूं खरीद की विस्तृत कार्ययोजना मांगी। कहा कि वारदाने का पर्याप्त स्टाक रखा जाए। किसानों के माल में किसी भी प्रकार की कटौती बर्दाश्त नहीं होगी। यदि मानक का हवाला देकर किसी किसान का गेहूं लौटाया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। राज्यमंत्री ने गेहूं खरीद की प्रतिदिन मानीटरिग कर इसकी रिपोर्ट भी देने के निर्देश दिए। कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य 1975 रुपये प्रति कुंतल से कम पर गेहूं की खरीद नहीं होनी चाहिए। उनके साथ किसान नेता मोहन सिंह चाहर, राजेंद्र छौंकर भी रहे। गेहूं खरीद केंद्र पर नहीं पहुंचा वारदाना, पसरा रहा सन्नाटा
जागरण टीम, आगरा: गेहूं खरीद केंद्रों पर शुक्रवार को दूसरे दिन भी वारदाना नहीं पहुंचा। इसके चलते अधिकांश केंद्रों पर सन्नाटा पसरा रहा। किसान भी गेहूं की बिक्री के लिए यहां नहीं पहुंचे। इक्का-दुक्का पहुंचे भी तो वे रजिस्ट्रेशन के बारे में जानकारी कर लौट गए। बाह के जरार, रूपपुरा, मढ़ेपुरा, लखनपुरा, चमरौटा, बटेश्वर और पिनाहट केंद्र पर दिन भर सन्नाटा पसरा रहा। कई किसानों ने फसल अभी कटी नहीं है। फतेहाबाद, खेरागढ़, किरावली, फतेहपुर सीकरी, अछनेरा के केंद्रों पर भी वारदाने का अभाव रहा। खेरागढ़ के केंद्र से कई किसान बैरंग लौट गए। एत्मादपुर के गेहूं खरीद केंद्र के सचिव श्रीनिवास ने बताया कि गेहूं खरीद के लिए 1500 बोरियां उपलब्ध हैं लेकिन यहां किसान नहीं पहुंच रहे। एसएचओ ने भूखे परिवार को कराया भोजन, कपडे़ दिए
जागरण टीम, आगरा। फतेहाबाद एसएचओ प्रदीप कुमार अपने काम के अलावा जरूरतमंदों की मदद के लिए भी क्षेत्र में जाने जाते हैं। शुक्रवार को गांव नगरिया में मतदान केंद्र का निरीक्षण करने पहुंचे एसएचओ ने गांव के हरीश चंद्र के भूखे परिवार को खाना खिलाया और कपड़े दिए। पिछले गुरुवार को गांव नगरिया निवासी हरीश चंद्र झोपड़ी में आग लग गई थी। आग में दो भैंस बुरी तहर झुलस गई। वहीं कपडे़ और अनाज जलकर राख हो गया। पीड़ित मजदूरी कर परिवार को भरण पोषण करता है। गांव में मतदान निरीक्षण के दौरान प्रभारी निरीक्षक को जानकारी हुई कि पीड़ित का परिवार भूखा है। उन्होंने परिवार को खाना खिलवाया और कपड़े व खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई। वे अब तक कई जरूरतमंदों की मदद कर चुके हैं।