अब आगरा मंडल में भी हूटर बजते ही दौड़ पड़ेगी रेलवे चिकित्सा राहत वैन Agra News
तीन डिब्बे वाली एसपीएआरएमवी में जरूरत पडऩे पर कर सकते हैं ऑपरेशन। दुर्घटना की स्थिति में घायलों को जल्द मदद देने के लिए तैयार रहती है एसपीएआरएमवी।
आगरा, जागरण संवाददाता। ट्रेन के दुर्घटनाग्रस्त होने की स्थिति में ज्यादा से ज्यादा यात्रियों की जान बचाई जा सके, इसके लिए रेलवे की स्वचालित दुर्घटना राहत चिकित्सा वैन (एसपीएआरएमवी) तैयार है। हूटर बजते ही यह ट्रेन दुर्घटनास्थल की ओर रवाना होगी। हाईटेक उपकरणों के अलावा इसमें एयर कंडीशनर ऑपरेशन थियेटर भी है। गंभीर घायलों का दुर्घटना स्थल पर ही ऑपरेशन किया जा सकता है।
ट्रेन हादसा होने की स्थिति में घायलों तक जल्द से जल्द मेडिकल सुविधा पहुंचाई जा सके, इसके लिए रेलवे लगातार काम कर रहा है। इसके तहत ही आगरा रेल मंडल को सेल्फ प्रोपेल्ड एक्सीडेंट रिलीफ मेडिकल वैन (एसपीएआरएमवी) मिली है। यह सेल्फ प्रोपेल्ड है, यानी इसमें दोनों तरफ इंजन है। इसलिए हूटर बचते ही किसी भी दिशा में चल देगी। इससे पहले दुर्घटना राहत यान में इंजन अटैच करना पड़ता था। शंटिंग में 15 से 20 मिनट का समय लगता था। इतना ही नहीं, इंजन नहीं होने की स्थिति में दूसरी ट्रेन को रोककर उसका इंजन इस्तेमाल करना पड़ता था। मगर, एसपीएआरएमवी के आने से यह सब नहीं करना पड़ेगा।
तीन कोच की है मेडिकल वैन
इसमें तीन कोच हैं। पहला पर्यवेक्षक कोच, दूसरा मेडिकल और तीसरा टूल रूम है। पर्यवेक्षक कोच मैन पावर के लिए बनाया गया है। दुर्घटना स्थल पर जाने वाले अधिकारी-कर्मचारी, डॉक्टर व मेडिकल स्टाफ की टीम यहीं रहती है। आवश्यकता का अन्य सामान भी रखा जाता है। दूसरे नंबर के मेडिकल कोच में डॉक्टर रूम, 12 बिस्तरों वाला पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड, ऑटोक्लेव कक्ष, वातानुकूलित ऑपरेशन थियेटर के अलावा उच्च तकनीक वाले चिकित्सा उपकरण लगे हैं। तीसरा कोच टूल की तरह है, जिसमें राहत कार्य में काम आने वाले उपकरण, जरूरत के सामान सहित अन्य संसाधन के लिए पर्याप्त जगह है। एसपीएआरएमवी एयरबैग, हाइड्रोलिक बचाव उपकरण, अग्निशमन, टावर लाइट, पांच मिनट में तैयार होने वाले टैंट सहित अन्य उपकरणों से लैस है।
एसपीएआरएमवी अत्याधुनिक उपकरणों से लैस है। दुर्घटना की स्थिति में घायलों को जल्द मदद देने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है।
मुदित चंद्रा, एडीआरएम, आगरा रेल मंडल