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Abhishek Bacchan...तो इसलिए देश की दूसरी जेलों को छोड़, अभिषेक बच्चन की फिल्‍म दसवीं की शूटिंग के लिए आगरा का सेंट्रल जेल चुना गया

केंद्रीय कारागार में सोमवार से हो रही है फिल्म दसवीं की शूटिंग। जूनियर बच्चन की झलक पाने के लिए सुबह से छह बजे ही पहुंचे लोग। शूटिंग का शेड्यूल एक महीने से ज्यादा चलेगा। फिल्म दसवीं में अभिषेक बच्चन गंगा राम चौधरी की भूमिका निभा रहे हैं।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Wed, 24 Feb 2021 08:55 AM (IST)Updated: Wed, 24 Feb 2021 08:55 AM (IST)
Abhishek Bacchan...तो इसलिए देश की दूसरी जेलों को छोड़, अभिषेक बच्चन की फिल्‍म दसवीं की शूटिंग के लिए आगरा का सेंट्रल जेल चुना गया
सेंट्रल जेल आगरा में पुलिसकर्मियों के साथ सेल्‍फी लेते अभिनेता अभिषेक बच्‍चन।

आगरा, अली अब्‍बास। सेंट्रल जेल में फिल्म दसवीं की शूटिंग करने आए अभिनेता अभिषेक बच्चन को देखने की ललक उनके प्रशंसकों को बुधवार को भी वहां खींच लाई। जूनियर बच्चन से मिलने की चाहत में दर्जनों प्रशंसक सुबह करीब छह बजे वहां पहुंच गए। अभिनेता की झलक पाकर वह खुश हो गए। बुधवार को फिल्म की शूटिंग का तीसरा दिन था। शूटिंग का शेड्यूल एक महीने से ज्यादा चलेगा।

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फिल्म की शूटिंग सोमवार से यहां शुरू हुई है। अभिषेक बच्चन अधिकांश समय जेल के अंदर ही शूटिंग कर रहे हैं। वह दो बार ही बाहर निकले, लेकिन किसी को उनकी झलक नहीं मिल सकी। इससे उनके प्रशंसक काफी निराश थे। उन्हें पता चला कि जूनियर बच्चन शूटिंग टीम के साथ सुबह छह बजे ही जेल पहुंच जाएंगे। इस पर बुधवार की सुबह टहलने निकले दर्जनों प्रशंसक करीब छह बजे वहां जुट गए। अभिनेता की वैनिटी वैन केंद्रीय कारागार के मुख्य गेट के पास खड़ी हुई थी। वैन से बाहर निकलते समय लोग उनकी झलक पाने में सफल रहे।

फिल्म दसवीं में अभिषेक बच्चन गंगा राम चौधरी की भूमिका निभा रहे हैं। जो कि दबंग व प्रभावशाली नेता हैं, किसी मामले में जेल जाने के बाद वहां के अधिकारियों आैर बंदियों को अपने हिसाब से चलाने का प्रयास करता है। जेल-प्रशासन धीरे-धीरे उस पर शिकंजा कसता है। उसे अनुशासित बंदी बनाते हैं। फिल्म में अभिनेत्री यामी गौतम पुलिस अधिकारी की भूमिका निभा रही हैं। निमरत कौर की भी महत्वपूर्ण भूमिका है।

वन टेक में फाइनल हुई शूटिंग की लोकेशन

अभिषेक बच्चन की फिल्म दसवीं के लिए प्रोडक्शन टीम ने वन टेक में ही शूटिंग की लोकेशन फाइनल कर दी थी। फिल्म की स्क्रिप्ट फाइनल होने के बाद निर्माता-निर्देशक ने प्रोडक्शन टीम को लोकेशन फाइनल करने की जिम्मेदारी सौंपी थी। बताया जाता है कि टीम ने प्रदेश की कई सेंट्रल जेल में लोकेशन देखी। दो महीने पहले प्रोडक्शन टीम आगरा सेंट्रल जेल पहुंची। यहां पर बंदियों के सुधार एवं पुर्नवास से संबंधित विभिन्न रोजगार परक योजनाओं को देखा। बंदी फर्नीचर, साबुन बनाने, हैंडलूम पर कपड़ा तैयार करने का काम करते दिखे। जेल में बंदियों की शिक्षा के लिए इग्नू का सेंटर भी है। प्रोडक्शन टीम को शूटिंग के लिए जिस तरह की लोकेशन चाहिए थी। आगरा सेंट्रल जेल में उसे मिली। बंदियों के अनुशासित व्यवहार ने उसे प्रभावित किया। टीम ने आगरा सेंट्रल जेल में ही दसवीं की शूटिंग करने का फैसला लिया। इसके बाद फिल्म के निर्देशक ने यहां आकर लोकेशन देखी। उन्हें भी फिल्म दसवीं की शूटिंग के लिए ओके कर दिया। वरिष्ठ अधीक्षक केंद्रीय कारागार वीके सिंह ने बताया कि फिल्म के निर्देशक को सेंट्रल जेल की लोकेशन पसंद आने पर उन्होंने यहां पर शूटिंग करने का फैसला किया।

प्रोडक्शन टीम की हेड ने लिया श्वानों के इलाज का जिम्मा

सेंट्रल जेल परिसर में 15 से ज्यादा श्वान हैं। इनमें से कई बीमार हो गए हैं। प्रोडक्शन टीम की हेड पूनम को इसकी जानकारी होने पर उन्होंने श्वान के इलाज का जिम्मा उठाने की बात जेल प्रशासन से की। उन्होंने स्थानीय जेल अधिकारियों से पशु चिकित्सक संजीव नेहरू का नंबर लिया। प्रोडक्शन टीम की हेड पूनम ने उन्हें केंद्रीय कारागार पर बुलाकर बीमार श्वानों का परीक्षण कराया।


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