Smart city project: जल्दबाजी में कर लापरवाही, फंस गए 39 करोड़ भंवर में Agra News
एनओसी न मिलने के चलते तीन प्रोजेक्ट रुके एक प्रोजेक्ट हुआ ड्रॉप। ठीक से नहीं की गई प्लानिंग कार्यों में लगातार हो रही देरी।
आगरा, जागरण संवाददाता। जिस बात की आशंका थी, वही हो रहा है। जल्दबाजी में आगरा स्मार्ट सिटी के कार्य शुरू करा दिए गए लेकिन इनकी एनओसी नहीं ली गई। इसके चलते एक के बाद एक चार प्रोजेक्ट बंद हो गए। चार में से एक प्रोजेक्ट को तो रद करना पड़ा है। इसके चलते 39 करोड़ रुपये लापरवाही के भंवर में फंस गए हैं। वहीं कई प्रोजेक्ट पर खतरा मंडरा रहा है।
आगरा शहर के नौ वार्डों को स्मार्ट तरीके से विकसित किया जा रहा है। पांच साल में दो हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। कुल 19 प्रोजेक्ट हैं जिसमें पर एक के बाद काम शुरू हुआ। स्ट्रीट वेंडिंग जोन, ताजगंज में जच्चा-बच्चा केंद्र का निर्माण, स्टार्म वाटर ड्रेन, ताज ईस्ट ड्रेन, ताज के आसपास के पेड़ों पर रंग-बिरंगी रोशनी डालने का प्रस्ताव शामिल हैं। इन सभी एएसआइ, एडीआरडीई, रक्षा संपदा विभाग, वन विभाग से बिना अनुमति लिए काम शुरू करा दिया गया। जिस पर विभागों ने आपत्ति उठाई और अब काम बंद चल रहा है। एएसआइ ने ताज के पेड़ों के आसपास रंग बिरंगी रोशनी डालने का प्रस्ताव रद कर दिया है। जिस तरीके से कार्य बंद हुए हैं। इससे प्लानिंग पर सवालिया निशान लग रहा है। आगरा स्मार्ट सिटी लि. के सीईओ अरुण प्रकाश ने बताया कि एनओसी न मिलने के चलते कुछ कार्य रुके हैं। एनओसी मिलने के बाद इन्हें शुरू किया जाएगा।
एडीए नहीं देगा 28 करोड़
एडीए ने स्टार्म वाटर ड्रेन के निर्माण को 28 करोड़ रुपये देने से इन्कार कर दिया है। यह ड्रेन होटल जेपी पैलेस से लेकर यमुना नदी तक बनाई जा रही है।
इन प्रोजेक्ट पर लगा ब्रेक
- स्ट्रीट वेंडिंग जोन, 3.33 करोड़ रुपये
- जच्चा-बच्चा केंद्र का निर्माण, 3.87 करोड़ रुपये
- ताज ईस्ट ड्रेन, 26 करोड़ रुपये
- ताज के आसपास के पेड़ों पर रंग-बिरंगी रोशनी डालना, छह करोड़ रुपये (प्रस्ताव रद हो चुका है)
ये हैं प्रोजेक्ट और उनकी स्थिति
- कार्य का नाम : डेवलपमेंट ऑफ हेरिटेज वाक। लागत 3.46 करोड़। शुरुआत छह मई 2018।
- सात चौराहों का सुंदरीकरण। लागत 6.97 करोड़। शुरुआत 19 जून 2018।
- दरेसी रोड पर विकास कार्य। लागत 97 लाख। शुरुआत 29 सितंबर 2018।
- माइक्रोस्किल डेवलपमेंट सेंटर। लागत दो करोड़। शुरुआत दस मई 2018।
- फतेहाबाद रोड का सुंदरीकरण। लागत 105 करोड़। 29 अगस्त 2018।
- आठ लोकेशन पर पब्लिक टॉयलेट का निर्माण। लागत 3.99 करोड़। शुरुआत दस मई 2018।
- मास्टर सिस्टम इंटीग्रेटर। लागत 282 करोड़। शुरुआत 29 अगस्त 2018।
- नगर निगम ताजगंज के स्कूल का सुंदरीकरण। लागत 1.24 करोड़। शुरुआत 11 अक्टूबर 2018।
- डिजिटल एजुकेशन ताजगंज इंटर कॉलेज। लागत 61 लाख। शुरुआत 10 मई 2018।
- वूमेन डिस्ट्रेस और हेल्थ सेंटर। लागत 3.40 करोड़। शुरुआत 22 दिसंबर 2018।
- जंक्शन इंप्रूवमेंट, पैन सिटी। लागत 2.22 करोड़। शुरुआत 22 दिसंबर 2018।
- इंप्रूवमेंट ऑफ ताज ईस्ट ड्रेन। लागत 26.09 करोड़। शुरुआत 22 दिसंबर 2018।
- रीहेबिलिटेशन ऑफ मेजर रोड। लागत 99.36 करोड़। शुरुआत एक मार्च 2019।
- रीहेबिलिटेशन ऑफ माइनर रोड (सीसी रोड)। लागत 79.83 करोड़। शुरुआत 9 मई 2019।
- रीहेबिलिटेशन ऑफ माइनर रोड (डामर रोड)। लागत 74.62 करोड़। शुरुआत नौ मई 2019।
- सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट। लागत 3.83 करोड़। शुरुआत नौ मई 2019।
- चौबीस घंटे वाटर सप्लाई मीटरिंग स्काडा सिस्टम। लागत 142 करोड़। शुरुआत नौ मई 2019।
- सीवरेज नेटवर्क। लागत सौ करोड़। शुरुआत नौ मई 2019।