Navodaya Murder Case: दूसरे दिन भी SIT खोल रही परतें Agra News
लिये जा रहे पंचनामा के गवाहों के बयान। छात्रा के शव का परीक्षण करने वाले चिकित्सको से भी की गई है पूछताछ।
आगरा, जेएनएन। नवोदय छात्रा दुष्कर्म हत्याकांड की परतें दर परतें खुलती नजर आ रही हैं। सीएम की सख्ती के बाद से हरकत में आए प्रशासन की कार्रवाई लगातार तत्परता से जारी है। मंगलवार को भी सुबह से जांच की प्रक्रिया आगे बढ़ रही है। पंचनामा के गवाहों के अलावा छात्रा का पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सकों के भी बयान लिये गए हैं। छात्रा के स्वजनों के भी बयान होने थे लेकिन उनके शहर से बाहर होने के कारण बयान नहीं हो पाए।
मंगलवार को भी शासन द्वारा गठित एसआइटी अभी मैनपुरी में ही डेरा डाले हुए है। आईजी कानपुर मोहित अग्रवाल के नेतृत्व में जांच प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है। एसआईटी की टीम भोगांव स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय और घटनास्थल नवोदय हॉस्टल भी जाएगी। वहीं आरोपित नामजद सहित तीन छात्र, हॉस्टल वार्डन विश्रुति कुमारी, शिक्षक डीपी सिंह का पॉलीग्राफ टेस्ट सोमवार को नहीं हो सका था। ये टेस्ट मंगलवार को होने की संभावना है। इससे पूर्व नवागत एसपी अजय कुमार ने सुबह अभियोजन अधिकारी से भी वार्ता की थी।
अधिवक्ताओं ने दिया डीएम को ज्ञापन
नवोदय छात्रा हत्याकांड में मंगलवार सुबह 11:30 बजे अधिवक्ताओं ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। अधिवक्ताओं ने छात्रा हत्याकांड मामले में पुलिस की लापरवाही को लेकर आक्रोश जताया गया है। स्लाइड रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि होने के बाद भी मामले को छिपाने के दोषी अधिकारियों पर कार्यवाही की मांग की गई है।
सोमवार को एसआइटी ने स्कूल में डेढ़ घंटे तक लगाई थी जांच की क्लास
दो माह पुराने छात्र हत्याकांड की जांच में लापरवाही पर मुख्यमंत्री ने एसपी अजय शंकर राय को हटा दिया था। उनके स्थान पर तैनात शामली के एसपी अजय कुमार ने सोमवार को यहां आकर चार्ज ले लिया। शासन ने सीबीआइ जांच के लिए केंद्र सरकार को पुन: रिमाइंडर भेजने और सीबीआइ जांच शुरू होने तक कानपुर के पुलिस महानिरीक्षक मोहित अग्रवाल के नेतृत्व में तीन सदस्यीय एसआइटी गठित कर दी। इसमें मैनपुरी के नवागत एसपी अजय कुमार और एसटीएफ के सीओ श्यामकांत बतौर सदस्य शामिल किए गए। सोमवार दोपहर करीब एक बजे आइजी मोहित अग्रवाल शहर के ट्रांजिट हॉस्टल पहुंच गए। एसटीएफ के सीओ श्यामकांत और एएसपी ओमप्रकाश सिंह से बंद कमरे में करीब एक घंटे तक बातचीत की। सीओ श्यामकांत इस मामले की जांच पहले से ही कर रहे हैं। निवर्तमान एसपी अजय शंकर राय से भी जानकारी ली।
घटनास्थल का मुआयना
एसआइटी ने विद्यालय के हॉस्टल के उस कमरे का मुआयना किया जिसमें छात्र रहती थी। उस बरामदे का निरीक्षण किया जिसमें छात्र का शव लटका पाया गया था। मेस में जाकर व्यवस्था को समझा। गल्र्स व बॉयस हॉस्टल की दूरी आंकी। गल्र्स हॉस्टल से शिक्षकों के आवासीय परिसर में आवागमन के रास्तों का नक्शा तैयार कराया।
इनसे किए सवाल- जवाब
महिला स्टाफ घटना के दिन हुए पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। उपप्राचार्य एसके त्रिपाठी व प्रवक्ता एसके शर्मा से हॉस्टल में बालिकाओं के रुकने, हॉस्टल में लगे सीसीटीवी कैमरों के बारे में पूछा। कैमरों की संख्या बढ़ाने को कहा। आइजी मोहित अग्रवाल ने वार्डन अमिता सिंह से भी पूछताछ की। छात्रओं से बातचीत की। इसके बाद एसआइटी ने कोतवाली पहुंचकर जांच प्रगति का ब्योरा लिया।
आइजी ने कराई वीडियोग्राफी
सोमवार को नवोदय में जांच करने पहुंचे आइजी मोहित अग्रवाल ने पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई। शासन की सख्ती के चलते पुलिसकर्मी अपने साथ कैमरामैन को लेकर आए। पूछताछ से लेकर अन्य जानकारियों का पूरा ब्योरा वीडियोग्राफी में कैद कराया गया।
ये है एफआइआर
घटना की रिपोर्ट छात्र के पिता की तहरीर पर 17 सितंबर की सुबह चार बजे थाना भोगांव में दर्ज की गई थी। इसमें जवाहर नवोदय विद्यालय की तत्कालीन प्रधानाचार्य सुषमा सागर, हॉस्टल वार्डन व एक नाबालिग छात्र को नामजद किया गया था। अन्य अज्ञात साथियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। एफआइआर में हॉस्टल वार्डन के नाम की जगह नामालूम लिखा गया है।