Home Made Rakhi: कोरोना ने लगाए ताले, चाइनीज का बहिष्कार, बहनें बना रहीं घर पर ही रक्षासूत्र
Home Made Rakhi आगरा में बाजारों में संक्रमण के डर से नहीं निकल रही महिलाएं। पूजा के सामान और पुरानी चीजों से ही बना रहीं राखियां।
आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना के कारण बेशक रिश्तेदार और दोस्त दूर हो चुके हैं,लोगों ने एक दूसरे के घरों में आना-जाना बंद कर दिया है। बाजारों में जरूरत का सामान लेने वाले ही दिख रहे हैं। इस बार रक्षाबंधन भले ही संक्रमण की चुनाैतियाें के बीच मने लेकिन बहनाें की राखियाें के रंग अनूठे ही हाेंगे। संक्रमण ने हर जगह तालाबंदी की नाैबत ला दी हाे लेकिन भाई बहन के प्रेम के पर्व काे मनाने की तैयारियां घर-घर में चल रही हैं।इस बार का रक्षाबंधन खास होगा क्योंकि बहनें अपने भाइयों की कलाई के लिए रक्षासूत्र खुद तैयार कर रही हैं।
यूट्यूब पर सीख रहीं राखी बनाना
स्कूल बंद होने की वजह से इस समय बच्चियां घर पर ही हैं। इस समय का सदुपयोग करते हुए वे अपने भाइयों के लिए घरों पर ही राखी बना रही हैं। ब्रज विहार कालोनी की तनिषा लालवानी अपने दो साल के छोटे भाई युक्त के लिए यूट्यूब पर वीडियो देखकर अपने घर पर धागों, बटन आदि से राखी बना रही है। इसी तरह दयालबाग की वेदांती और धुन भी अपने भाइयों के लिए कागज, वेस्ट मटीरियल, नकली फूलों से राखी तैयार कर रही हैं।
कलावे से तैयार कर रही राखी
बचि्चयों के साथ ही घरों में महिलाएं भी अपने भाइयों के लिए राखी तैयार कर रही हैं। कमलानगर की रंजना शर्मा बताती हैं कि बाजार से इस बार राखी नहीं खरीदेंगे। चीन की राखियों से अपने भाई की कलाई नहीं सजाएंगे। मैं और मेरी बेटी इस बार अपने घर पर ही कलावे, अक्षत, मोती, सूती धागे से राखी तैयार कर रहे हैं। साकेत कालोनी की शालिनी कपूर भी अपने घर पर ही पुरानी पूजा की माला, वस्त्रों से राखी तैयार कर रही है।ग्वालियर रोड की लवलीन कौर ने इस बार रंग- बिरंगे अनाज का उपयाेग करके राखी तैयार की है। सदर की मनाेरमा अग्रवाल ने पूजा की माैली और न्यूज पेपर की क्ले बनाकर, उस पर माेती सजा कर सुंदर राखियां सजाई हैं।