थानेदार परेशान, बिना फोर्स कैसे करें सुरक्षा इंतजाम
चुनाव ड्यूटी पर गए जिले से चार हजार पुलिसकर्मी थानों में सिर्फ बीस फीसद ही बचे समन तामील होने का काम बंद विवेचनाएं भी लटकेंगी कैसे संभलेगी कानून व्यवस्था
By Edited By: Published: Sun, 21 Apr 2019 06:30 AM (IST)Updated: Sun, 21 Apr 2019 06:31 AM (IST)
आगरा,जागरण संवाददाता। चुनाव ड्यूटी पर जिले से चार हजार पुलिसकर्मियों के जाने से थानों में फोर्स की कमी है। कई पुलिस चौकियों पर तो सिपाही ही नहीं बचे। ऐसे हालातों में थानेदार टेंशन में हैं। रुटीन के कई कार्य तो बंद हो गए। कुछ कार्य बंद होने वाले हैं। सबसे बड़ी समस्या कानून व्यवस्था को लेकर है। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान होने के बाद जिले से शनिवार को पुलिस फोर्स संभल को रवाना हो गया। इसमें सब इंस्पेक्टर से लेकर सिपाही तक शामिल हैं। ये पुलिसकर्मी 24 मई को वापस होंगे। तब तक थानों में फोर्स की कमी रहेगी। सभी थानों में अब लगभग बीस फीसद फोर्स ही शेष है। इतने कम पुलिस फोर्स से कैसे चेकिंग होगी और कैसे गश्त की व्यवस्था चलेगी? हाईवे पर स्थित थाना सिकंदरा में एक दिन में औसत तीन हादसे होते हैं। हालात यह है कि अब पंचनामा भरने को भी पुलिस फोर्स कम है। अगर कहीं जाम लगा तो खुलवाने के लिए कई थानों की मदद लेनी पड़ेगी। न्यू आगरा, एत्माद्दौला और एत्मादपुर थाने में भी यही समस्या है। फिलहाल बचे हुए फोर्स से केवल थानों में जरूरी काम हो रहा है। एसएसपी अमित पाठक का कहना है कि जिले में फोर्स की कमी है। सभी को सतर्कता से कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं। 1267 होमगार्ड भेजे थानों में फोर्स की कमी देखते हुए एसएसपी अमित पाठक ने 1267 होमगार्ड के जवानों को सभी थानों में भेजा है। उनका इस्तेमाल भी कानून व्यवस्था से लेकर गश्त में किया जाएगा। अधिकारियों के कार्यालयों से नहीं हुई कटौती भले थाने फोर्स की कमी से जूझ रहे हैं, लेकिन अधिकारियों के कार्यालयों से कटौती नहीं हुई। वहां अभी भारी संख्या में पुलिसकर्मी हैं। ये काम हुए प्रभावित - कोर्ट से आने वाले समन तामील होने का काम लगभग बंद हो गया। - अधिकारियों के कार्यालयों से डाक लाने वाले पुलिसकर्मी भी ड्यूटी पर लगे हैं। इसलिए डाक लाने का काम प्रभावित होगा। - थानों के कंप्यूटर ऑपरेटरों की भी ड्यूटी लगी है। इसलिए ऑन लाइन विवेचना और मुकदमा लिखने का काम भी समय से नहीं हो सकेगा। - चुनाव में सब इंस्पेक्टर भी ड्यूटी पर गए हैं। इन पर तमाम विवेचनाएं हैं। उनके लौटने तक ये लंबित रहेंगी। कुछ नए मुकदमों की विवेचना भी उन्हें आवंटित होंगी। उनमें भी कुछ नहीं हो सकेगा।
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