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स्टिंग में फर्जी लिंग परीक्षण करने वाला रैकेट दबोचा

आगरा: राजस्थान की पूर्व गर्भाधान और प्रसव पूर्व निदान तकनीक टीम (पीसीपीएनडीटी) ने स्टिंग ऑपरेशन में

By JagranEdited By: Published: Tue, 26 Jun 2018 08:32 AM (IST)Updated: Tue, 26 Jun 2018 08:32 AM (IST)
स्टिंग में फर्जी लिंग परीक्षण करने वाला रैकेट दबोचा
स्टिंग में फर्जी लिंग परीक्षण करने वाला रैकेट दबोचा

आगरा: राजस्थान की पूर्व गर्भाधान और प्रसव पूर्व निदान तकनीक टीम (पीसीपीएनडीटी) ने स्टिंग ऑपरेशन में फर्जी लिंग परीक्षण करते हुए हॉस्पीटल संचालक और एक नर्स को पकड़ा है। नर्स पहले भी लिंग परीक्षण में जेल जा चुकी है।

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राजस्थान की पीसीपीएनडीटी टीम ने डमी गर्भवती महिला का लिंग परीक्षण कराने के लिए यमुना पार स्थित ई-36 में संचालित केडी हॉस्पीटल के डायरेक्टर देवेंद्र चौधरी से संपर्क किया। देवेंद्र चौधरी मूल रूप से मथुरा का रहने वाला है। उसने सोमवार को गर्भवती महिला को महुआ (राजस्थान) बुलाया। वहां से वह खुद महिला को बस से आगरा लेकर आया। टीम भी पीछा करते हुए आगरा आ गई। यहां पर उन्होंने स्थानीय स्वास्थ्य विभाग टीम को साथ ले लिया। स्थानीय स्वास्थ्य विभाग की टीम के इंचार्ज डॉ. वीरेंद्र भारती ने बताया कि चौधरी महिला को ऑटो में बैठाकर जलेसर रोड पर पहुंचा। यहां पर उन्हें रुखसार नाम की नर्स मिली। चौधरी ने नर्स को छह हजार रुपये दिए। इसके बाद नर्स डमी महिला को कृष्णा कॉलोनी लेकर आई। यहां पर उसने पहली मंजिल पर एक कमरा किराए पर ले रखा था। कमरे में उसने फीटल डॉप्लर मशीन से बच्चे की हार्टबीट महिला को सुनाई और गर्भ में बेटी होने की बात कही। इसी बीच टीम ने आकर नर्स को पकड़ लिया। हॉस्पीटल के डायरेक्टर चौधरी को जलेसर रोड पर ही पकड़ लिया गया था। सीएमओ डॉ. मुकेश वत्स ने बताया कि केडी हॉस्पीटल का लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी। वहीं कार्रवाई के दौरान राजस्थान से आई टीम में नवीन जैन, एसआई सीताराम, कांस्टेबल डालचंद, विजयपाल, प्रवीन कुमार, मुनेंद्र कुमार आदि उपस्थित रहे। नर्स पहले भी जा चुकी है जेल

टीम द्वारा पकड़ी गई महिला रुखसार पूर्व में भी लिंग परीक्षण करते हुए पकड़ी जा चुकी है। इसे 4 अक्टूबर 2017 को टीम ने टेढ़ी बगिया से मशीन सहित पकड़ा था। इस मामले में इसे जेल भेजा गया था। जमानत पर छूटने के बाद छह महीने से वह फिर से कृष्णा कॉलोनी में फीटल डॉप्लर से फर्जी लिंग परीक्षण का काम कर रही थी। 40 हजार में हुई थी डील

हॉस्पीटल के डायरेक्टर ने डमी महिला से लिंग परीक्षण के लिए 40 हजार रुपये में सौदा तय किया था। टीम ने डायरेक्टर और नर्स दोनों से उक्त राशि भी मौके से बरामद कर ली है। लड़की बताकर करते थे गर्भपात

पकड़ी गई नर्स ने बताया कि फीटल डॉप्लर से लिंग का पता नहीं चलता है। ऐसे में वह हर महिला को लड़की होने की बात कहती थी। इस कारण कई लोग गर्भपात करा लेते थे। इसके एवज में भी उसे खासे रुपये मिलते थे। हर दिन 3-4 केस आते हैं

लिंग परीक्षण के नाम पर गर्भ में बेटे और बेटी का कत्ल किया जा रहा था। नर्स ने बताया कि दो दिन पहले उसके पास पांच केस आए थे। औसतन एक दिन में वह 3 से 4 केस करती थी। पकड़ने और रोकने में फेल

राजस्थान की पूर्व गर्भाधान और प्रसव पूर्व निदान तकनीक (पीसीपीएनडीटी) टीम लिंग परीक्षण रैकेट पकड़ रही है। मगर, स्थानीय टीम लिंग परीक्षण पर रोक तक नहीं लगा सकी है।

राजस्थान की टीम ने 2016 से लिंग परीक्षण करते हुए डॉक्टर, दलाल और झोलाछाप पकड़े थे। 12 जनवरी को आवास विकास कॉलोनी से लिंग परीक्षण करते झोलाछाप अजय उपाध्याय को पकड़ा था। वहीं, स्थानीय पीसीपीएनडीटी टीम कार्रवाई के नाम पर अल्ट्रासाउंड सेंटर की जांच कर खानापूर्ति पूरी कर रही है। लिंग परीक्षण करने वालों को पकड़ने के लिए स्वास्थ्य विभाग का खुफिया तंत्र नहीं है। अब तक हुई कार्रवाई

- 12 जनवरी 2018 को राजस्थान की टीम ने मैक्स डायग्नोस्टिक एंड पैथोलॉजी सेंटर आवास विकास में छापा मारकर झोलाछाप अजय उपाध्याय और प्रीति कुलश्रेष्ठ को पकड़ा।

- 5 अक्टूबर 2017 को राजस्थान की टीम ने टेढ़ी बगिया में अप्रशिक्षित नर्स सहित तीन आरोपितों को पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन के साथ पकड़ा।

- 14 जुलाई 2017 को आइएमए की पूर्व अध्यक्ष डॉ. निर्मला चोपड़ा सहित चार को लिंग परीक्षण करते हुए राजस्थान की टीम ने पकड़ा। -14 अप्रैल 2017 डॉ. रेनू भार्गव संचालिका भरत भार्गव हॉस्पिटल को लिंग परीक्षण करते पकड़ा। सिकंदरा थाने से छोड़ दिया गया।

-5 अप्रैल 2017 को राजस्थान की टीम ने विद्या नर्सिग होम की संचालिका डॉ. विद्या गुप्ता सहित नर्स और दो दलाल गिरफ्तार किए थे। -17 जनवरी 2017 को संजीवनी हॉस्पिटल के संचालक डॉ. भूपेंद्र ने नर्स द्वारा चलाए जा रहे फर्जी लिंग परीक्षण रैकेट को पकड़वाया।

-14 जून 2016 को डॉ. अमित गुप्ता अल्ट्रासाउंड सेंटर, आगरा कॉलेज के सामने स्टिंग के बाद छापा मारकर डॉ. अमित गुप्ता को गिरफ्तार किया गया, सेंटर सील।

-22 सितंबर 2016 को सलीम मेमोरियल हॉस्पिटल, फतेहाबाद में संचालक अलीमुद्दीन (78), एएनएम शरबती, दलाल हर्ष चौधरी, हरवीर सिंह और कैलाश को गिरफ्तार किया गया।

-जिला प्रशासन के निर्देशन पर प्रिया हॉस्पिटल में छापा मारकर अल्ट्रासाउंड मशीन की सील।

-डॉ. राजेश गुप्ता का ओनली अल्ट्रासाउंड सेंटर, सेंट पीटर्स के सामने सील किया, केस चल रहा है।

- डॉ. राजेश बंसल के अल्ट्रासाउंड सेंटर, संजय प्लेस को सील किया गया।

-प्रिया हॉस्पिटल और चमकलाल अल्ट्रासाउंड सेंटर यमुना पार का लाइसेंस निरस्त किया गया।


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