डबल वायरल का कहर, खांसते-खांसते परेशान, लक्षण पहचान बरतें सावधानी Agra News
20 दिन में दो बार वायरल संक्रमण होने पर अस्पताल में पहुंच रहे मरीज। बुखार ठीक होने के बाद कमजोरी। नहीं लग रही भूख।
आगरा, जागरण संवाददाता। डबल वायरल का कहर बरप रहा है। एसएन, जिला अस्पताल और निजी क्लीनिक पर बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। गंभीर हालत में आ रहे मरीजों को भर्ती करना पड़ रहा है।
उमस और गर्मी के मौसम में वायरस के कई स्ट्रेन सक्रिय हैं। ऐसे में वायरल संक्रमण होने के 15 से 20 दिन बाद दूसरे स्ट्रेन से संक्रमण हो रहा है। डबल वायरल संक्रमण में मरीजों को तेज बुखार आने के साथ सांस लेने में तकलीफ हो रही है। दो से तीन दिन में बुखार कम होने के बाद कमजोरी आ रही है। इस तरह के केस में 10 से 15 दिन तक खांसी रहती है।
डेंगू कम, मलेरिया के आ रहे केस
इस बार डेंगू के मरीजों की संख्या बहुत कम है। मगर, मलेरिया के केस आ रहे हैं। इसमें भी कॉम्प्लीकेटेड मलेरिया में मरीजों को तेज बुखार आने के साथ दौरे पड़ रहे हैं।
एसएन और जिला अस्पताल में मरीजों की लाइन
एसएन मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल में मरीजों की लंबी लाइन लग रही हैं। पर्चे के लिए मरीज और तीमारदारों के बीच धक्का-मुक्की तक की नौबत आ रही है। गर्मी और उमस में मरीजों को परेशानी हो रही है। इस दौरान एक दूसरे से संक्रमण लगने से लोग बीमार भी पड़ रहे हैं। कई बार तो लोगों की लाइन में लगे-लगे पसीने से हालत खराब हो जाती है, लेकिन उनका नंबर नहीं आ पाता है। निजी चिकित्सकों के भी यहां मरीजों की भीड़ है वहां पर भी लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है।
ये हैं लक्षण
मलेरिया - अधिकांश केस में ठंड लगकर एक दिन छोड़कर बुखार आना, दिन में दो बार भी बुखार आ सकता है। कुछ केस में ठंड लगे बिना भी बुखार आ सकता है। भूख न लगना, पेट दर्द होना।
डेंगू - आंख और सिर में दर्द के साथ तेज बुखार, शरीर में टूटन और चकत्ते पड़ना।
वायरल - शरीर में तेज दर्द, बुखार, सर्दी-जुकाम और खांसी।
ये हैं स्वाइन फ्लू के लक्षण
ए - मामूली खांसी-जुकाम, बुखार
बी 1 - तेज बुखार, सर्दी-जुकाम
बी 2 - खांसी, जुकाम और तेज बुखार
सी - सांस लेने में तकलीफ, तेज बुखार, लिवर में समस्या सहित अन्य अंग ठीक से काम नहीं करते।
विशेषज्ञ की राय
एक बार वायरल संक्रमण होने के बाद दोबारा हो रहा है, इससे बचें, इन मरीजों में पोस्ट वायरल इफेक्ट से कमजोरी और खांसी ठीक नहीं हो रही है।
डॉ. मृदुल चतुर्वेदी, फिजीशियन एसएन मेडिकल कॉलेज
इस मौसम में बच्चों को वायरल संक्रमण से बचाएं, परिवार में एक सदस्य के संक्रमण होने पर बच्चों को अलग रखें।
डॉ. नीरज यादव, बाल रोग विशेषज्ञ एसएन मेडिकल कॉलेज
एसएन और जिला अस्पताल में मरीजों के इलाज और जांच की व्यवस्था की गई है। शिविर लगाए जा रहे हैं। किसी को दिक्कत न हो इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
डॉ. मुकेश वत्स, सीएमओ