Crisis of Beds: आगरा में सात नए कोविड हॉस्पिटल भी फुल, ऑक्सीजन की मांग चरम पर
एसएन मेडिकल कॉलेज के साथ ही निजी कोविड हास्पिटल में गंभीर मरीजों के लिए नहीं मिल रहे बेड। कोरोना वायरस संक्रमण की रिपोर्ट पाजिटिव आने के बाद इलाज के लिए भटक रहे मरीज। बेहद एहतियात बरतने की है जरूरत। आक्सीजन की मांग 30 टन तक पहुंच गई है।
आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस संक्रमण के केस कई गुना बढ़ने से सरकारी और निजी अस्पतालों के आइसीयू के बेड फुल हो गए हैं। ऐसे में सात निजी अस्पतालों को कोविड हास्पिटल बनाया गया है। ये भी शुक्रवार शाम तक फुल हो गए। आक्सीजन की मांग 30 टन तक पहुंच गई है। कोरोना के 1568 सक्रिय केस हैं। इसमें भी गंभीर मरीजों की संख्या बढ रही है। इससे एसएन मेडिकल कालेज के साथ ही 10 निजी कोविड हास्पिटल के आइसीयू के बेड फुल हो गए हैं। मरीज भर्ती करने के लिए बेड नहीं मिल रही है। आक्सीजन की मांग बढ़ने लगी है। एंबुलेंस के लिए आक्सीजन की उपलब्धता कम होने लगी है। कोरोना की रिपोर्ट दे रही धोखा, तीन अस्पताल में भर्ती होंगे मरीज कोरोना के नए स्ट्रेन से संक्रमित होने पर कुछ केस में आरटीपीसीआर की रिपोर्ट निगेटिव आ रही है। ऐसे में मरीजों की तबीयत बिगडने पर कोविड हास्पिटल में मरीज भर्ती नहीं हो पा रहे हैं। इसके लिए प्रशासन ने तीन अस्पतालों को गंभीर मरीजों को भर्ती करने के लिए अधिक्रत किया गया है।
ये बनाए गए थे नए कोविड अस्पताल
स्पर्श मल्होत्रा
मूलचंद
रेनबो हास्पिटल
कोरोना के नए स्ट्रेन में आरटीपीसीआर की रिपोर्ट निगेटिव आ रही है। ऐसे गंभीर मरीजों तीन निजी अस्पताल में भर्ती हो सकते हैं।
प्रभु एन सिंह, डीएम आगरा