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UP Board 2021: गलत जानकारी फीड करने पर पड़ी फटकार, छह जनवरी तक सुधार के निर्देश

UP Board 2021 आगरा माध्यमिक शिक्षा सचिव ने गलत जानकारियां अपलोड करने पर जताई आपत्ति। केंद्र निर्धारण और विद्यार्थी आवंटन में दिक्कत होने की जताई आशंका। कई विद्यालयों की रिपोर्ट 2020 की अपेक्षा 2021 में बदल गई है

By Tanu GuptaEdited By: Published: Tue, 05 Jan 2021 05:08 PM (IST)Updated: Tue, 05 Jan 2021 05:08 PM (IST)
कई विद्यालयों की रिपोर्ट 2020 की अपेक्षा 2021 में बदल गई है

आगरा, जागरण संवाददाता। उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा के लिए केंद्र निर्धारण प्रक्रिया जारी है। लेकिन में बोर्ड की वेबसाइट पर विद्यालयों की सूचनाएं अपलोड करने में गलतियों की भरमार है। किसी विद्यालय का ब्लाक गलत लिखा है, तो किसी की दूरी, किसी विद्यालय के संसाधन कम दिखाए हैं, तो किसी में कोई कमी है। इन सब खामियों को लेकर माध्यमिक शिक्षा सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने आपत्ति दर्ज कराई है।

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शासन की मंशा है कि इस वर्ष भी यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा नकल विहीन कराई जाए। इसके लिए केंद्र निर्धारण प्रक्रिया आनलाइन पूरी कराई जा रही है। सभी प्रधानाचार्यों को निर्देश जारी कर विद्यालयों की सूचनाएं आनलाइन अपलोड करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद उनका भौतिक सत्यापन करा, विभाग को सत्यापन रिपोर्ट के आधार पर सूचना अपलोड करने के निर्देश दिए थे। जिला विद्यालय निरीक्षक ने यह रिपोर्ट वेबसाइट पर अपलोड भी कर दी है, लेकिन उसमें गलतियों की भरमार है। यह स्थिति सिर्फ आगरा नहीं, बल्कि प्रदेश के लगभग सभी जिलों में पेश आ रही हैं। लिहाजा माध्यमिक शिक्षा सचिव ने सख्त आदेश जारी कर जिला विद्यालय निरीक्षकों को छह जनवरी तक सभी गलतियां दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं।

यह दिए निर्देश

बोर्ड सचिव ने निर्देश जारी कर कहा है कि विद्यालयों की लोकेशन में गलती है, त्रुटिपूर्ण लोकेशन के चलते विद्यालयों के बीच दूरी गलत दिखाई जा रही है। कई विद्यालयों के ब्लाक गलत दर्ज किए गए हैं, ऐसे में केंद्र निर्धारण में गलती की पूरी आशंका है। दूसरी आपत्ति विद्यालयों में बाउंड्री वाल, स्ट्रांग रूम, विद्युत हाइटेंशन लाइन, शिक्षण कक्ष की संख्या, क्षेत्रफल, विद्यालय परिसर में प्रधानाचार्य के आवास के बारे में भी जानकारी अपलोड करने के निर्देश दिए हैं।

बदली रिपोर्ट पर भी संदेह

उनका कहना है कि कई विद्यालयों की रिपोर्ट 2020 की अपेक्षा 2021 में बदल गई है, जो असामान्य प्रतीत हो रहा है। सचिव ने उनका परीक्षण करने के निर्देश भी दिए हैं। साथ ही केंद्र निर्धारण में बालिका विद्यालयों को प्राथमिकता देने के निर्देश भी दिए हैं, इसलिए उनकी परीक्षा ठीक से कराने के लिए भी जिला विद्यालय निरीक्षक को बोला है, ताकि विद्यालयों की सूची वेबसाइट पर अपलोड की जा सके। 


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